सैयारा मूवी रिव्यू: रोमांटिक ड्रामा फिल्मों के लिए मशहूर निर्देशक मोहित सूरी एक बार फिर दर्शकों के लिए एक इमोशनल रोलरकोस्टर लेकर आए हैं – फिल्म सैयारा। 18 जुलाई 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई यह फिल्म, अहान पांडे और अनीता पड्डा जैसे नए चेहरों को लॉन्च करती है। लेकिन क्या ये नए कलाकार और मोहित सूरी का चिर-परिचित अंदाज़ इस फिल्म को एक यादगार अनुभव बनाता है? आइए जानते हैं सैयारा मूवी रिव्यू में विस्तार से।
सैयारा की कहानी: एक दिल छू लेने वाली प्रेम कहानी
सैयारा एक ऐसे जोड़े, कृष कपूर (अहान पांडे) और वाणी बत्रा (अनीता पड्डा) की कहानी है, जो प्यार के हर उतार-चढ़ाव से गुजरते हैं। कृष एक उभरता हुआ संगीतकार है, जो अपने पिता के मुद्दों से जूझ रहा है, और वाणी एक पत्रकार है, जो शब्दों के साथ कमाल करती है लेकिन सोशल मीडिया की चमक-दमक से दूर रहना पसंद करती है। कहानी में मोड़ तब आता है जब वाणी कृष के गीतों को अर्थ देती है, और दोनों के बीच एक गहरा भावनात्मक रिश्ता बनता है।

सैयारा मूवी रिव्यू: फिल्म एक ऐसे बिंदु पर शुरू होती है जहां वाणी की शादी टूट जाती है, और कृष उसे सहारा देता है। हालांकि, कहानी तेजी से आगे बढ़ती है, जिससे कुछ महत्वपूर्ण भावनात्मक पहलुओं को गहराई से समझने का मौका नहीं मिल पाता। फिर भी, मोहित सूरी अपने भावनात्मक कोर को सही ढंग से पकड़ते हैं, और फिल्म के कुछ पल वास्तव में दिल को छू लेते हैं।
- निर्देशक: मोहित सूरी
- कलाकार: अहान पांडे, अनीता पड्डा, गीता अग्रवाल, वरुण बडोला, राजेश कुमार, आलम खान
- अवधि: 150 मिनट
कलाकारों का प्रदर्शन: नए चेहरों की चमक
सैयारा मूवी रिव्यू में कलाकारों के प्रदर्शन पर बात करना बेहद ज़रूरी है। अहान पांडे और अनीता पड्डा, दोनों ने ही अपने डेब्यू में प्रभावित किया है।
- अहान पांडे (कृष कपूर): अहान ने एक उभरते हुए स्टार और एक संवेदनशील प्रेमी दोनों के रूप में अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। उनके किरदार की कच्ची ऊर्जा और बाद में भावनात्मक गहराई, विशेष रूप से क्लाइमेक्स में, सराहनीय है। टाइम्स ऑफ इंडिया के एक रिव्यू के अनुसार, अहान ने ‘विराट कोहली’ के अंदाज़ को अपनी परफॉर्मेंस में दोहराया है, जो उनके शुरुआती जोश को बाद में गहरी भावनाओं में बदल देता है।
- अनीता पड्डा (वाणी बत्रा): अनीता पड्डा फिल्म की जान हैं। उन्होंने वाणी के किरदार में संवेदनशीलता और दृढ़ता का एक अद्भुत मिश्रण दिखाया है। वह फिल्म की नैतिक मार्गदर्शक और कृष की भावनात्मक सहारा बनती हैं। उनकी परफॉर्मेंस को समीक्षकों द्वारा सराहा गया है और उन्हें एक ‘उम्मीदजनक नवोदित’ कलाकार बताया गया है।
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संगीत और तकनीकी पक्ष: सैयारा की आत्मा
मोहित सूरी की फिल्मों का संगीत हमेशा से उनकी पहचान रहा है, और सैयारा भी इसमें अपवाद नहीं है। फिल्म का संगीत इसकी सबसे बड़ी ताकतों में से एक है।
- संगीत: मिथून, सचेत-परंपरा, ऋषभ कांत, विशाल मिश्रा, तनिष्क बागची, फ़हीम अब्दुल्ला, अरसलान निज़ामी ने मिलकर एक दिल को छू लेने वाला साउंडट्रैक तैयार किया है। “आवारागी” जैसे गानों में भावनाओं की गहराई स्पष्ट दिखती है।
- सिनेमैटोग्राफी: विकास सिवरमन की सिनेमैटोग्राफी फिल्म को एक विज़ुअली रिच अनुभव बनाती है।
- संपादन: देवेंद्र मुर्देश्वर और रोहित अजीत मकवाना का संपादन कहीं-कहीं थोड़ा धीमा लगता है, लेकिन कुल मिलाकर फिल्म को एक अच्छा प्रवाह देता है।
बॉक्स ऑफिस पर सैयारा का प्रदर्शन
सैयारा ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार शुरुआत की है। पहले दिन ही फिल्म ने 20 करोड़ रुपये (नेट इंडिया) का आंकड़ा पार कर लिया है, जो कि शुरुआती अनुमानों से कहीं ज़्यादा है। यह अहान पांडे और अनीता पड्डा जैसे नए कलाकारों के लिए एक प्रभावशाली शुरुआत है। यह दर्शाता है कि दर्शकों को नए चेहरों और भावनात्मक कहानियों में अभी भी दिलचस्पी है।
क्या सैयारा देखने लायक है? (निष्कर्ष)
सैयारा उन दर्शकों के लिए एक अच्छी फिल्म है जो भावनात्मक प्रेम कहानियों और मधुर संगीत के शौकीन हैं। मोहित सूरी ने एक बार फिर अपने जाने-पहचाने जॉनर में वापसी की है और कुछ हद तक सफल भी रहे हैं। हालांकि, कहानी में कुछ जगह पर जल्दबाजी और अस्पष्टता महसूस होती है, लेकिन मुख्य कलाकारों के दमदार प्रदर्शन और कर्णप्रिय संगीत इसे एक बार देखने लायक बनाते हैं।
अगर आप एक ऐसी फिल्म देखना चाहते हैं जो आपके दिल को छू जाए और जिसमें नए कलाकारों की ताज़ा केमिस्ट्री हो, तो सैयारा आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है।