कई दवाइयां और चिकित्सा उपकरण 12% से 5% स्लैब में आ सकते हैं। कैंसर की दवाएं टैक्स-फ्री हो सकती हैं।
छोटी गाड़ियां 28% के बजाय 18% जीएसटी के दायरे में आ सकती हैं। इससे इनकी कीमतें कम होने की उम्मीद है।
तंबाकू और महंगी गाड़ियों जैसी 'सिन गुड्स' पर टैक्स 28% से बढ़कर 40% हो सकता है।
ऑनलाइन गेमिंग पर टैक्स में वृद्धि की संभावना है, जिससे ये प्लेटफॉर्म अधिक महंगे हो सकते हैं।
उर्वरक, ट्रैक्टर और कृषि उपकरण 12-18% से घटकर 5% टैक्स के दायरे में आ सकते हैं।
स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी 18% से घटकर 5% हो सकता है, जिससे यह किफायती होगा।
सीमेंट पर लगने वाला जीएसटी 28% से घटकर 18% हो सकता है, जिससे निर्माण की लागत कम होगी।