Chandra Grahan 2022 [Hindi] : क्या भारत में दिखाई देगा चंद्रग्रहण ?

Chandra Grahan 2022 [Hindi] क्या भारत में दिखाई देगा चंद्रग्रहण
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Chandra Grahan 2022 LIVE Updates: 16 मई को साल का पहला चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 7.58 PM से शुरू हुआ और 11.25 PM मिनट पर समाप्त होगा. 2022 का पहला चंद्र ग्रहण लाल दिखाई देगा इसी कारण इसे ब्लड मून (blood Moon) कहा जा रहा है.

क्या होता है पूर्ण चंद्र ग्रहण? (What is a total lunar eclipse?)

खगोल शास्त्रियों के अनुसार, पूर्ण चंद्र ग्रहण को ब्लड मून भी कहते हैं, क्योंकि इस दौरान चंद्रमा गहरे लाल रंग का दिखाई देने लगता है। ये एक बड़ी खगोलीय घटना होती है जो साल में एक या दो बार ही दिखाई देती है। इस बार ये खगोलीय घटना 16 मई, सोमवार को होगी। जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो चंद्रमा कुछ देर के लिए पृथ्वी की छाया से ढंक जाता है और दिखाई नहीं देता। इसी घटना को चंद्रग्रहण कहते हैं। 

Chandra Grahan 2022 [Hindi] | 80 साल बाद चंद्र ग्रहण पर बना ऐसा सहयोग

ज्योतिषाचार्यों की ज्योतिषीय गणना के आधार पर इस बार चंद्र ग्रहण पर ग्रहों और नक्षत्रों का ऐसा संयोग बना है जो पिछले 80 साल पहले बना था। इस बार चंद्र ग्रहण विशाखा नक्षत्र और परिघ योग में बन रहा है। इसके अलावा चंद्र ग्रहण के दौरान गुरू और शनि देव अपनी स्वराशि में मौजूद रहेंगे। यह ग्रहण वैशाख पूर्णिमा, बुद्ध पूर्णिमा, विशाखा नक्षत्र और वृश्चिक राशि में लग रहा है।

कितने तरह का होता है चंद्र ग्रहण

चंद्र ग्रहण एक प्रकार का खगोलीय घटनाक्रम है। सूर्य और चंद्रमा के बीच एक समय ऐसा आता है जब पृथ्वी बीच में आ जाती है तब कुछ देर के लिए ऐसी स्थिति बन जाती है कि चंद्रमा के ऊपर सूर्य की चमक आनी बंद हो जाती है। इससे चंद्रमा दिखाई नहीं पड़ता है, इसे ही चंद्र ग्रहण कहते हैं। चंद्र ग्रहण तीन प्रकार का होता है पूर्ण चंद्र ग्रहण,आंशिक चंद्र ग्रहण और उपछाया चंद्र ग्रहण।

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नासा करेगा चंद्र ग्रहण की सीधा प्रसारण

अमेर‍िकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA)  इस आकाशीय घटना का सीधा प्रसारण करेगा। नासा ने यह जानकारी ट्वीट के जरिए दी है।

Chandra Grahan 2022 [Hindi] : जानिए विदेशों में कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

साल का आखिरी चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में लगेगा। वृषभ राशि में राहु का गोचर चल रहा है। इस कारण वृषभ राशि पर ग्रहण का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।

16 मई को लगने वाले चंद्रग्रहण को दक्षिण-पश्चिमी यूरोप, दक्षिण-पश्चिमी एशिया, अफ्रीका, अधिकांश उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा।

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Chandra Grahan 2022 [Hindi] | क्‍या होता है पूर्ण या खग्रास चंद्र ग्रहण

ग्रहण एक खगोलीय घटना है. आपको बता दें कि खग्रास यानी पूर्ण चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करते हुए उसके सामने आ जाती है और उसी समय पृथ्वी के सामने चंद्रमा भी आ जाता है. इस दौरान पृथ्वी सूरज को पूरी तरह से ढक लेती है और सूर्य का प्रकाश चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाता है.

चंद्र ग्रहण का सूतक काल

भारत में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. जानकारी के लिए बता दें कि अगर ग्रहण भारत में भी दिखाई देता है तो सूतक काल 9 घंटे पहले से शुरू हो जाता है. धर्मिक मान्यताओं के मुताबिक सूतक के नियम होते हैं, जिनका पालन करना चाहिए.

ग्रहण को लेकर आज भी कायम हैं डराने वाले अंधविश्वास

  • दुनिया में ऐसे लोग भी हैं जिनके लिए ग्रहण किसी ख़तरे का प्रतीक है- जैसे दुनिया के ख़ात्मे या भयंकर उथल-पुथल की चेतावनी.
  • हिंदू मिथकों में इसे अमृतमंथन और राहु-केतु नामक दैत्यों की कहानी से जोड़ा जाता है और इससे जुड़े कई अंधविश्वास प्रचलित हैं. ग्रहण सदा से इंसान को जितना अचंभित करता रहा है, उतना ही डराता भी रहा है.
  • असल में, जब तक मनुष्य को ग्रहण के वजहों की सही जानकारी नहीं थी, उसने असमय सूरज को घेरती इस अंधेरी छाया को लेकर कई कल्पनाएं कीं, कई कहानियां गढ़ीं.


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