जन्माष्टमी का नाम आते ही मन में भगवान कृष्ण और उनकी नटखट लीलाएं याद आ जाती हैं। लेकिन, मुंबई और ठाणे में इस दिन का उत्सव एक अलग ही रूप ले लेता है – Dahi Handi 2025 के रोमांचक खेल के साथ। यह सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की संस्कृति, एकता और जोश का प्रतीक है। इस साल भी मुंबई और ठाणे में कई जगहों पर लाखों के इनाम वाली दही हांडी लगने वाली हैं, जहां गोविंदा पथक एक-दूसरे से मुकाबला करेंगे। अगर आप जानना चाहते हैं कि इस साल सबसे ऊंची दही हांडी कहां लगेगी और क्या है ₹25 लाख तक का इनाम, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए है।
Dahi Handi 2025 का उत्सव भगवान कृष्ण के बचपन की शरारतों से जुड़ा है। बचपन में कृष्ण अपने दोस्तों के साथ मिलकर पड़ोस के घरों से मक्खन और दही चुराया करते थे। गोपियां मक्खन को ऊंचे-ऊंचे स्थानों पर लटका देती थीं, ताकि कृष्ण वहां तक न पहुंच पाएं। लेकिन, कृष्ण और उनके साथी एक मानव पिरामिड (Human Pyramid) बनाकर उस तक पहुंच जाते थे। इसी परंपरा को आज भी दही हांडी के रूप में मनाया जाता है, जहां गोविंदाओं की टीम एक-दूसरे के ऊपर चढ़कर मिट्टी की हांडी को फोड़ती है। यह उत्सव सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि टीम वर्क, साहस और एकता का संदेश देता है।
मुंबई को दही हांडी का गढ़ माना जाता है। यहां हर साल कई बड़े आयोजकों द्वारा लाखों-करोड़ों की हांडियां लगाई जाती हैं। इस साल भी कुछ प्रमुख स्थानों पर भव्य आयोजन की तैयारी है:
1. घाटकोपर (Ghatkopar): घाटकोपर में हर साल NCP नेता जितेंद्र आव्हाड की तरफ से एक विशाल दही हांडी का आयोजन किया जाता है। यहां पर इनाम राशि 10 लाख से 25 लाख रुपए तक होती है, जिससे यह मुंबई की सबसे महंगी हांडियों में से एक बन जाती है। पिछले साल, यहां एक 9 स्तर का पिरामिड बनाया गया था, जो लोगों के बीच काफी चर्चा में रहा था।
2. दादर (Dadar): दादर का शिवाजी पार्क Dahi Handi 2025 के लिए एक और महत्वपूर्ण स्थान है। यहां कई राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन मिलकर आयोजन करते हैं। यहां का माहौल बहुत ही जीवंत होता है, और हजारों लोग गोविंदाओं को देखने आते हैं। यहां इनाम राशि लाखों में होती है और गोविंदा पथकों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है।
3. वर्ली (Worli): वर्ली में भी दही हांडी का आयोजन बड़े पैमाने पर होता है। यहां स्थानीय नेताओं द्वारा हांडी लगाई जाती है, और इनाम राशि भी काफी आकर्षक होती है। यहां का पिरामिड अक्सर 8-9 स्तर तक पहुंच जाता है, जिससे दर्शकों में रोमांच और बढ़ जाता है।
मुंबई की Dahi Handi 2025 की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां गोविंदाओं को सुरक्षा के लिए कड़े नियम पालन करने होते हैं। महाराष्ट्र सरकार ने 2014 में मानव पिरामिड की ऊंचाई और बच्चों की भागीदारी को लेकर कुछ नियम बनाए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2014 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों को Dahi Handi 2025 में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया था और पिरामिड की ऊंचाई 20 फीट तक सीमित कर दी थी, ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके। यह दिखाता है कि सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीरता बरती जाती है।
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ठाणे को मुंबई से भी ज्यादा दही हांडी का हब माना जाता है। यहां हर गली-नुक्कड़ पर हांडी लगाई जाती है, लेकिन कुछ आयोजन इतने भव्य होते हैं कि वे देशभर में मशहूर हो जाते हैं।
1. प्रताप सरनाईक की दही हांडी (वर्तक नगर): ठाणे में सबसे ऊंची और सबसे बड़ी इनाम वाली दही हांडी का आयोजन शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक द्वारा किया जाता है। यहां पर इनाम राशि अक्सर ₹21 लाख से ₹25 लाख तक होती है, जिसे जीतने के लिए सैकड़ों गोविंदा पथक हिस्सा लेते हैं। यहां का पिरामिड अक्सर 10-12 स्तर तक पहुंचता है, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरह होता है।
2. टेंभी नाका की दही हांडी (ठाणे): टेंभी नाका की दही हांडी को ठाणे की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित हांडियों में से एक माना जाता है। यहां का आयोजन शिवसेना के वरिष्ठ नेता आनंद दिघे द्वारा शुरू किया गया था और आज भी उनकी परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है। यहां का माहौल भक्ति और उत्साह से भरा होता है, और लाखों लोग इस आयोजन को देखने आते हैं।
ठाणे में क्यों अलग है Dahi Handi 2025 का माहौल?
ठाणे में Dahi Handi 2025 सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक धार्मिक और सामाजिक आयोजन है। यहां हर गोविंदा पथक के साथ भारी भीड़ होती है, जो उनका हौसला बढ़ाती है। गोविंदाओं के बीच सौहार्दपूर्ण प्रतिस्पर्धा होती है। यह आयोजन एक तरह से पूरे शहर को एकजुट करता है।
सुरक्षा और उत्सव: संतुलन कैसे बनाएं?
जहां एक तरफ Dahi Handi 2025 का उत्सव जोश और उत्साह से भरा होता है, वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा है। सरकार और आयोजक दोनों ही इस बात का ध्यान रखते हैं कि किसी भी तरह की दुर्घटना न हो। गोविंदाओं को हेलमेट, चेस्ट गार्ड और अन्य सुरक्षा उपकरण पहनने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। आयोजकों को सुनिश्चित करना होता है कि वे सभी सुरक्षा नियमों का पालन करें। यह संतुलन ही इस उत्सव को सफल बनाता है।
सुरक्षा के लिए कुछ उपाय:
इस साल दही हांडी के आयोजन में कई नए आयाम जोड़े गए हैं। कुछ आयोजकों ने थीम-आधारित हांडियां भी रखी हैं, जहां सामाजिक संदेश दिए जाएंगे। इसके अलावा, कई जगहों पर महिलाओं के गोविंदा पथक भी हिस्सा ले रहे हैं, जो महिला सशक्तिकरण का एक बड़ा उदाहरण है।
Dahi Handi 2025 सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक भावना है जो महाराष्ट्र की रग-रग में बसती है। यह वह दिन है जब लोग अपनी जाति, धर्म और सामाजिक स्थिति को भूलकर एक साथ आते हैं और एक ही उद्देश्य के लिए काम करते हैं – दही हांडी को फोड़ना। यह उत्सव हमें सिखाता है कि एकता में ही शक्ति है।
अगर आप इस साल दही हांडी देखने जाने वाले हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
Dahi Handi 2025 का उत्सव मुंबई और ठाणे के लिए सिर्फ एक त्यौहार नहीं, बल्कि एक पहचान है। यह जोश, उत्साह और टीम वर्क का अद्भुत संगम है। इस साल भी लाखों के इनाम वाली हांडियां गोविंदाओं का इंतजार कर रही हैं। यह उत्सव हमें यह याद दिलाता है कि भले ही जीवन में कितनी भी चुनौतियां क्यों न हों, हम सब मिलकर उनका सामना कर सकते हैं।
अगर आप इस साल Dahi Handi 2025 के रोमांच का अनुभव करना चाहते हैं, तो इन जगहों पर जाना न भूलें। और हमें कमेंट में बताएं कि आपके शहर में दही हांडी कहां लगती है और आप क्या खास अनुभव करते हैं!
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