Delhi Mumbai Expressway [Hindi]: जानिए दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का रूट, लागत और सुविधाएं के बारे में

Delhi Mumbai Expressway [Hindi] Route, Cost, Facilities, Map
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सबसे बड़े राजमार्गों में से एक होने की वजह से Delhi Mumbai Expressway (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे) भारत के विभिन्न राज्यों के बीच रोड कनेक्टिविटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। केंद्र सरकार ने एक्सप्रेसवे को कोटा में आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Agra-Gwalior Greenfield Expressway) से जोड़ने का फैसला किया है। आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को इटावा में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे तथा लखनऊ में आगरा एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के इस जुड़ाव से दिल्ली और ग्वालियर के बीच यात्रा का समय चार घंटे तक कम करने में मदद मिलेगी। 

Delhi Mumbai Expressway (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे) की तरह, आगरा-ग्वालियर ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे भी 2023 में जनता के लिए खोल दिया जाएगा। हालांकि, आगरा-ग्वालियर ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 2027 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।

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Delhi Mumbai Expressway (दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे) का सोहना-दौसा खंड जनता के लिए खुलेगा

जनवरी 2023: रिपोर्ट के अनुसार, Delhi Mumbai Expressway (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे) के सोहना-दौसा खंड को 12 फरवरी 2023 से जनता के लिए खोला जा सकता है। इस खंड का उद्घाटन 04 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। यह दिल्ली और जयपुर के बीच यात्रा के समय को घटाकर दो घंटे करने में मदद करेगा।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 30 जनवरी 2023 को एक ट्वीट में कहा है, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी 04 फरवरी को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा खंड का उद्घाटन करने वाले हैं, जिससे यात्रियों को दो घंटे में दिल्ली से जयपुर पहुंचने की सुविधा मिलेगी।”

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway)

हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा गुजरात से होकर गुजरने वाले दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) से दिल्ली से मुंबई का सफर महज 12 से 13 घंटे में पूरा हो सकेगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने के बाद अन्य सड़क मार्गो की तुलना में दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी में 130 किलोमीटर की कमी आएगी। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) भारत सरकार की एक दूरदर्शी परियोजना है। यह देश के दो सबसे बड़े फाइनेंशियल हब, यानी राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली एवं भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई को जोड़ेगा। आठ लेन का यह एक्सप्रेसवे विश्व का ऐसा पहला सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है जिसे बारह लेन तक बढ़ाया जा सकता है।

Delhi Mumbai Expressway [Hindi]: क्या है दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे?

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) 1350 किमी लंबा आठ लेन का राजमार्ग है जो भारत के दो सबसे महत्वपूर्ण शहरों के बीच यात्रा में लगने वाले समय को आधा कर देगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) मार्ग की आधारशिला केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 9 मार्च, 2019 को रखी थी।

  • मुंबई दिल्ली एक्सप्रेसवे मार्ग हरियाणा (129 किमी), राजस्थान (373 किमी), मध्य प्रदेश (244 किमी), गुजरात (426 किमी) और महाराष्ट्र (171 किमी) सहित पांच राज्यों से होकर गुजरेगा। इन पांच राज्यों में दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण हेतु 15,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि का इस्तेमाल किया गया है।
  • एक्सप्रेसवे हरियाणा के गुड़गांव से शुरू होकर राजस्थान के जयपुर और सवाई माधोपुर से होकर गुजरेगा। इसके पश्चात्, यह मध्य प्रदेश में रतलाम और गुजरात के वडोदरा से होकर महाराष्ट्र के मुंबई में समाप्त होगा। दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे से जयपुर, अजमेर, किशनगढ़, कोटा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, भोपाल, उज्जैन, अहमदाबाद, इंदौर, सूरत और वडोदरा जैसे महत्वपूर्ण शहरों तक कनेक्टिविटी में सुधार होगा। 
  • इसे बनाने में लगभग 80 लाख टन सीमेंट का इस्तेमाल किया जाएगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) से हजारों कुशल सिविल इंजीनियरों और पचास लाख से अधिक कर्मियों को रोजगार मिलने का अनुमान है।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) रूट मैप

नीचे दिया गया नक्शा दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) का रुट और इस रूट पर पड़ने वाले प्रमुख शहरों को दर्शाता है।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का नक्शा     

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) के बारे में कुछ प्रमुख जानकारी इस प्रकार हैं:

ब्यौरेविवरण
परियोजना की लंबाई1,350 किमी
परियोजना की लागत1,00,000 करोड़ रुपये (लगभग)
लेन8 लेन (इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक अलग लेन सहित। साथ ही इसका 12 लेन तक विस्तार भी किया जा सकता है।)
एक्सप्रेसवे पर पड़ने वाले राज्यदिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र
शुरुआत और अंतिम बिंदुशुरुआत – डीएनडी फ्लाईवे, दिल्ली और सोहना, हरियाणाअंत – विरार, महाराष्ट्र और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट, महाराष्ट्र
पूरा होने की तिथिदिसंबर 2023 (अपेक्षित)

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) रूट

दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे रुट को चार खंडों में विभाजित किया गया है जिसमें विभिन्न भाग हैं, और इसका मार्ग संरेखण नीचे बताया गया है:

खंड 1: DND-फरीदाबाद-KMP मार्ग: 59 किमी

(9 किमी दिल्ली और 50 किमी हरियाणा)

Delhi Mumbai Expressway [Hindi]: दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे दिल्ली में दिल्ली नोएडा ड्राइववे (DND) फ्लाईवे से शुरू होगा, और यह शाहीन बाग, ओखला, कालिंदी कुंज जैसी जगहों से होकर गुजरेगा। हरियाणा में सोहना भी एंट्री/एग्जिट प्वाइंट की सुविधा होगी। एंट्री/एग्जिट प्वाइंट से आने वाले वाहन वडोदरा / मुंबई की ओर जाने के लिए हरियाणा के नूंह में KMP एक्सप्रेसवे पर मिल जाएंगे।

खंड 2: सोहना-KMP-वडोदरा रूट: 845 किमी

(79 किमी हरियाणा, 373 किमी राजस्थान, 244 किमी मध्य प्रदेश और 149 किमी गुजरात)

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के खंड दो में हरियाणा राज्य के कुछ क्षेत्र शामिल हैं जो अलीपुर गांव, सोहना, सांचोली गांव, भिरावती व खलीलपुर (नूह जिला), नौरंगाबाद, पूर्व उजीना, भादास के पूर्व, पश्चिम पिनांगवान, पूर्व फिरोजपुर झिरका और कोलगांव गांव हैं। इसके पश्चात्, यह राजस्थान राज्य से होकर गुजरता है और नौगांव गांव (अलवर जिला), राजगढ़-मंडावर रोड, दौसा पूर्व, लालसोट के दक्षिण-पश्चिम, सवाई माधोपुर के दक्षिण-पश्चिम, इंद्रगढ़ के पूर्व, (बूंदी) के पूर्व रावतभाटा और कोटा पूर्व से गुजरता है।

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इसके अलावा, एक्सप्रेसवे मध्य प्रदेश से होकर गुजरेगा और पूर्व भानुपुरा, पूर्व गरोठ, पूर्व सीतामऊ, पूर्व जावरा, पश्चिम रतलाम और पश्चिम थांदला जैसे स्थानों को कवर करेगा। उसके बाद, यह गुजरात राज्य में प्रवेश करेगा जहां यह दाहोद के उत्तर में छायन गांव, गोधरा के कुछ हिस्से, डोडका गांव और वडोदरा जैसे स्थान कवर करेगा

Delhi Mumbai Expressway [Hindi]: दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे की तस्वीरें

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे की कुछ आश्चर्यजनक तस्वीरें नीचे दी गई हैं। केंद्रीय परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने इन तस्वीरों को ट्विटर पर शेयर किया था।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का वडोदरा विरार खंड
वडोदरा-विरार खंड

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का वडोदरा विरार खंड
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे वडोदरा-विरार खंड (स्रोत: ट्विटर) 

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे वडोदरा विरार खंड
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे वडोदरा-विरार खंड (स्रोत: ट्विटर)

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे खानपुर घाटी-हरियाणा/राजस्थान सीमा खंड

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) की वर्तमान स्थिति

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे की मौजूदा स्थिति इस प्रकार है:

  • दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) जेवर में आगामी नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जुड़ जाएगा। लिंक रोड फरीदाबाद-बल्लभगढ़ बाईपास व डीएनडी फ्लाईवे का भी लिंक होगा।
  • सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने चेन्नई और सूरत के बीच एक एक्सप्रेसवे को मंजूरी दे दी है जो सूरत में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) को जोड़ेगा।
  • NHAI के अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) का दिल्ली वडोदरा खंड दिसंबर 2022 तक तैयार होने की उम्मीद है।
  • दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi Mumbai Expressway) परियोजना की समय सीमा शुरू में 2020 तक निर्धारित की गई थी, लेकिन इसे 26 जनवरी, 2023 तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। परियोजना अब दिसंबर 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है।
  • दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के सोहना-दौसा खंड को 12 फरवरी 2023 से जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद है।

Delhi Mumbai Expressway [Hindi]: आम लोग कब से इस्तेमाल कर सकेंगे?

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) टोल वसूली की तैयारी पूरी नहीं कर पाया है, इसीलिए रविवार को उद्घाटन के बाद भी वाहन चालकों को सफर के लिए 15 फरवरी तक इंतजार करना पड़ेगा। एनएचएआई के परियोजना निदेशक मुदित गर्ग के अनुसार, लोकार्पण के लिए तैयारी चल रही है। बड़े पैमाने पर टेंट लगाए जाएंगे। उसे उतारने के लिए समय चाहिए, इसलिए लोकार्पण के बाद 15 से सफर शुरू किया जाएगा।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे: अलीपुर-दौसा खंड

Delhi Mumbai Expressway (दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे) पर अलीपुर (गुरुग्राम) से दौसा (राजस्थान) के बीच स्ट्रेच का निर्माण कार्य 90 प्रतिशत से अधिक पूरा हो चुका है। इस मार्ग के खुल जाने के बाद, यात्रा का समय घटकर 2.5 घंटे हो जाएगा, अभी 4 घंटे लगते हैं। यह 8 लेन एक्सप्रेसवे निश्चित रूप से यातायात एवं भीड़ को कम करने में मदद करेगा।

दिल्ली-दौसा के बीच दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi Mumbai Expressway) का खंड तैयार होने वाला है। इस खंड के अंतिम चरण का निर्माण पूरा हो चुका है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का यह खंड लोगों को दो से ढाई घंटे के भीतर अलीपुर और दौसा के बीच की दूरी तय करने में मदद करेगा। साथ ही, इस सेगमेंट के शुरू होने से दिल्ली तथा पिनान के बीच की दूरी 130 किलोमीटर कम हो जाएगी। इस तरह इस रूट पर सफर करना लोगों के लिए ज्यादा सुविधाजनक हो जाएगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के अधिकारियों ने अलीपुर, गुरुग्राम में एक जंक्शन बनाने का फैसला किया है। यह जंक्शन गुड़गांव-अलवर राजमार्ग से आने वाले लोगों को आसानी से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर चढ़ने में मदद करेगा।

6 राज्यों से होकर गुजरेगा यह एक्सप्रेसवे

बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश के 6 राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा. इसके अलावा इसमें कई बड़े शहर भी शामिल होंगे. जैसे कि- कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत. इसके अलावा इसमें हरियाणा के कई जिलों को भी जोड़ा गया है. जो कुछ इस प्रकार से हैं. गुरुग्राम जिले के 11 गांव, पलवल के सात गांव और नूंह जिले के 47 गांव जुड़े हैं.

Delhi Mumbai Expressway [Hindi]: वन्य जीवों के लिए सुविधा

यह एशिया का पहला व दुनिया का दूसरा एक्सप्रेस-वे होगा जिसमें वन्यजीवों की आवाजाही की सुविधा के लिए पशु हवाई पुल (ओवरपास) की सुविधा होगी। दो आठ लेन की सुरंग भी होगी। इनमें से पहली मुकुंदरा अभयारण्य के नीचे से चार किलोमीटर लंबी बनाई जा रही है। दूसरी सुरंग माथेरान पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र (इको सेंसिटिव जोन) में भी चार किलोमीटर लंबी सुरंग होगी। इनके अलावा भी कई सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।

पूरे प्रोजेक्ट पर एक नजर

  • नौ किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली से होकर गुजरेगा। इसके ऊपर 1800 करोड़ रुपये की लागत।
  • हरियाणा से होकर 160 किलोमीटर हिस्सा गुरजेगा। इसके ऊपर 10,400 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
  • राजस्थान से होकर 374 किलोमीटर हिस्सा गुजरेगा। इसके ऊपर 16,600 करोड़ रुपये की लागत ।
  • मध्य प्रदेश से होकर 245 किलाेमीटर हिस्सा गुजरेगा। इसके ऊपर 11,100 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
  • गुजरात से होकर 423 किलोमीटर हिस्सा गुजरेगा। इसके ऊपर 35,100 करोड़ रुपये खर्च होंगे ।
  • महाराष्ट्र में एक्सप्रेस-वे का हिस्सा 171 किलोमीटर का होगा। इसके ऊपर 23, 000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

एक्सप्रेस वे कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है

 उल्लेखनीय है कि दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-होगा, जिसकी कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है। इसके बन जाने से दिल्ली और मुम्बई के बीच की यात्रा दूरी में 12 प्रतिशत की कमी आएगी और सड़क की लंबाई 1,424 किलोमीटर से कम होकर 1,242 किलोमीटर रह जाएगी। यात्रा के समय में भी 50 प्रतिशत की कमी आयेगी। पहले जहां यात्रा में 24 घंटे लगते थे, वहीं अब 12 घंटे लगेंगे। यह एक्सप्रेस-वे छह राज्यों – दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा तथा कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे मुख्य शहरों को जोड़ेगा। 

Delhi Mumbai Expressway [Hindi]: कई वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाए गए

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक, चार लेन के इस एक्सप्रेस-वे को 24 घंटे में 2.5 किमी तक बिछाया गया है, ये अपने आप में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. चार लेन के इस मार्ग को एक फरवरी 2021 सुबह 8 बजे से अगले दिन सुबह 8 बजे तक पूरा कर लिया गया था, जबकि 50 किमी सिंगल लेन में 100 घंटे में सबसे ज्यादा मात्रा में चारकोल डालने का भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बना है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने बताया कि लगभग 12 लाख टन स्टील की खपत होनी है जो दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 50 हावड़ा ब्रिज के बराबर है. 

इन पांच राज्यों से गुजरेगा हाइवे

दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर कुल पांच राज्यों से होकर गुजरेगा। इनमें दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं। यह एक्सप्रेस-वे जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, अहमदाबाद और सूरत जैसे इकॉनमिक हब के लिए भी शानदार कनेक्टिविटी मुहैया कराएगा। इस कॉरिडोर के शुरू होने से बिजनेस कनेक्टिविटी बढ़ेगी और ट्रेड को बढ़ावा मिलेगा।

दिल्ली से मुंबई अब 24 नहीं सिर्फ 12 घंटे में

1,386 किलोमीटर की लंबाई वाला दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा. यह दिल्ली और मुंबई (Delhi-Mumbai Expressway) के बीच यात्रा की दूरी को 12 प्रतिशत घटाकर 1,424 किलोमीटर से 1,242 किलोमीटर कर देगा. इससे दोनों महानगरों के बीच यात्रा के समय में 50 प्रतिशत की कमी आएगी. दिल्ली से मुंबई जाने में वर्तमान में 24 घंटे का समय लगता है, लेकिन इस एक्सप्रेस-वे के शुरू होने के बाद इसे पूरा करने में करीब 12 घंटे लगेंगे.

Delhi Mumbai Expressway [Hindi]: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की खासियत

  • यह एक्सप्रेस-वे देश के प्रमुख शहरों को 40 इंटरचेंज की मदद से जोड़ेगा.
  • यह देश की प्रगति को गति देने में मदद करेगा.
  • यह एक्सप्रेस-वे 1424 किलोमीटर की दूरीको 1242 किलोमीटर तक कर देता है.
  • यात्रा को सुखद बनाने के लिए इसमें 94 नवीनतमसुविधाएं उपलब्ध होंगी.
  • इसके अलावायह कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत से बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, 40 मुख्य इंटरचेंज (Interchanges) होंगे.
  • दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर ऑप्टिकल फाइबर केबल, पाइप लाइन, सौर ऊर्जा एवं वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए विशेष प्रावधान ! इसमें Optical Fiber Cable, Pipeline और Solar Energy सहित अधिक कार्यों के लिए 3 मीटर चौड़ा गलियारा तैयार किया गया है. साथ ही वॉटर harvesting के लिए इसमें हर 500 मीटर की दूर पर वॉटर Recharge point दिए गए हैं, जिनकी कुल संख्या 2000 से अधिक है.
  • यह भी बताया जा रहा है कि इसमें हर 500 मीटर की दूर पर यात्रियों की सुरक्षा व अन्य कार्य के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जोकि सौर ऊर्जा से संचालित होंगे.
  • इस एक्सप्रेसवे पर पर ग्रीन एनर्जी से चलने वाले कई अत्याधुनिक सिस्टम की सुविधा दी गई है.
  • बता दें कि इस एक्सप्रेसवे से जुड़ने वाले आस-पास के गांव का भी विकास होगा.

Delhi Mumbai Expressway [Hindi]: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  • दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना की कुल लागत क्या है?दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना की कुल लागत लगभग रु. 1,00,000 करोड़ है।
  • दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे मार्ग किन राज्यों से होकर गुजरता है?दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे मार्ग पांच राज्यों हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरता है।
  • दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे कितना लंबा है?मार्ग की मुख्य दूरी सोहना, हरियाणा से विरार, महाराष्ट्र तक 1198 किमी है, लेकिन अतिरिक्त दो खंड जोड़े जाते हैं, अर्थात डीएनडी-फरीदाबाद-केएमपी (59 किमी) और विरार- जेएनपीटी (92 किमी), जिससे कुल लंबाई 1350 किमी हो जाती है।
  • कौन सा राष्ट्रीय राजमार्ग दिल्ली और मुंबई को जोड़ता है?NH 48 दिल्ली और मुंबई को जोड़ता है।
  • दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे परियोजना कब पूरी होगी?दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे मार्ग मार्च 2023 तक पूरा होने का अनुमान है।
  • दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे किन मुख्य बिंदुओं को जोड़ता है?दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेसवे DND फ्लाईवे, दिल्ली को जवाहरलाल नेहरू पोर्ट, मुंबई से जोड़ेगा।


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