Dr. Michiaki Takashashi: डॉ मिचियाकी ताकाहाशी की 94 वीं जयंती पर Google ने बनाया डूडल

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Dr. Michiaki Takashashi डॉ मिचियाकी ताकाहाशी की 94 वीं जयंती पर Google ने बनाया डूडल
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 Dr Michiaki Takashashi का जीवन रक्षक टीका, जिसका इस्तेमाल 80 से अधिक देशों में वर्षों से किया जा रहा है। साल 1974 की शुरुआत में चिकनपॉक्स के खिलाफ टीका विकसित करने वाले ये पहले व्यक्ति थे।

जापान में जन्मे थे डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी (Dr Michiaki Takashashi)

विख्यात वैज्ञानिक डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी का जन्म वर्ष 1928 में जापान के ओसाका में हुआ था। डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी ने 1974 में चिकन पॉक्स के खिलाफ सबसे पहले एक वैक्सीन तैयार किया था।

नाम (Name)मिचियाकी ताकाहाशी
प्रसिद्दि (Famous For )चिकनपॉक्स का पहला टिका विकसित करना
जन्मदिन (Birthday)16 दिसंबर, 1928
उम्र (Age )85 साल (मृत्यु के समय )
जन्म स्थान (Birth Place)जापान
मृत्यु की तारीख Date of Death16 दिसंबर 2013
मृत्यु का स्थान (Place of Death)जापान
मृत्यु का कारण (Death Cause)हार्ट अटैक
शिक्षा (Education )ग्रेजुएशन (मेडिकल साइंस )
कॉलेज (Collage )ओसाका विश्वविद्यालय ,
बेयलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन , टेक्सास
टेम्पल यूनिवर्सिटी ,पेनसिल्वेनिया
नागरिकता (Citizenship)जापानीस
पेशा (Occupation)जापानी चिकित्सक
वैवाहिक स्थिति Marital Statusविवाहित
पत्नी का नाम (Wife Name )हिरोको ताकाहाशी

मिचियाकी ताकाहाशी की पत्नी व बच्चे

डॉ मिचियाकी ताकाहाशी (Dr. Michiaki Takashashi) का विवाह हिरोको ताकाहाशी से हुआ था। साल 1963 में, वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ ह्यूस्टन चले गए। उनका एक पड़ोसी था जिसकी एक बेटी थी जो उनके बेटे के साथ खेलती थी।

कैसे शुरुआत हुई चिकनपॉक्स के टीके की

एक बार जब मिचियाकी ताकाहाशी एक लड़की जो उनके लड़के के साथ खेला करती थी उसके सिर पर चेचक का छाला देखा और उसको देख कर उन्होंने सोचा कि उस लड़की की वजह से यह बीमारी उनके बेटे को भी हो सकती है है। उस समय, लक्षण गंभीर थे, और चेचक के लिए कोई प्रभावी उपचार नहीं था।

Dr. Michiaki Takashashi ने पांच वर्षों में तैयार किया की थी वैक्सीन

डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी ने जानवरों और मानव ऊतकों में जीवित लेकिन कमजोर चिकन पॉक्स वायरस का संवर्धन शुरू किया और विकास के 5 वर्षों के भीतर यह नैदानिक ​​​​परीक्षणों के लिए तैयार था। इसलिए 1974 में डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी ने चिकनपॉक्स का कारण बनने वाले वैरिकाला वायरस (varicella virus) से लड़ने के लिए पहला टीका विकसित किया था, जो बेहद प्रभावी साबित हुआ था। डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी का निधन 23 दिसम्बर, 2013 को हुआ था।

बेटे के कारण मिचियाकी ने की चिकनपॉक्स टीके की खोज

गौरतलब है कि डॉक्टर मिचियाकी (Dr. Michiaki Takashashi) का जन्म आज ही के दिन साल 1928 में जापान के ओसाका में हुआ था। ओसाका यूनिवर्सिटी से उन्होंने मेडिकल डिग्री हासिल की और साल 1959 में वो उसी यूनिवर्सिटी के माइक्रोबियल रोग अनुसंधान संस्थान में शामिल हो गए थे।

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डॉ ताकाहाशी ने ओसाका विश्वविद्यालय (Osaka University ) से अपनी चिकित्सा की डिग्री हासिल की और बाद में 1959 में ओसाका विश्वविद्यालय के माइक्रोबियल रोग अनुसंधान संस्थान में एक शोधकर्ता के रूप में काम करने का मौका मिला. खसरा और पोलियोवायरस का अध्ययन करने के बाद, डॉ ताकाहाशी ने 1963 में बायलर कॉलेज, संयुक्त राज्य अमेरिका, में एक शोध फेलोशिप स्वीकार की.

साल 1986 में मिला वैक्सीन का अप्रूवल

1986 में ओसाका विश्वविद्यालय के माइक्रोबियल रोगों के अनुसंधान फाउंडेशन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) द्वारा एकमात्र वैरिकाला वैक्सीन के रूप में रोलआउट करना शुरू किया। आपको बता दें कि 80 से अधिक देशों ने ताकाहाशी के जीवन रक्षक टीके का उपयोग किया।

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यह दुनिया भर के लाखों बच्चों को दिया गया है। वायरोलॉजिस्ट के प्रयासों से हर साल चिकनपॉक्स के लाखों मामलों को रोकने में मदद मिली है। 1994 में, ताकाहाशी को ओसाका विश्वविद्यालय में माइक्रोबियल रोग अध्ययन समूह का निदेशक नियुक्त किये गए थे और सेवानिवृत्ति तक इस पद पर रहे। ताकाहाशी का निधन ओसाका में साल 2013 में हुआ।

Credit: Drishti IAS

Dr. Michiaki Takashashi: मिचियाकी ताकाहाशी की मृत्यु

मिचियाकी ताकाहाशी का 16 दिसंबर 2013 को हृदय गति रुकने से निधन हो गया।

ताकाहाशी का टीका आज भी आ रहा काम

अमेरिका जाने के दो साल बाद, डॉ. ताकाहाशी 1965 में कमजोर चिकनपॉक्स के विषाणुओं के साथ प्रयोग करते हुए वापस जापान लौट आए। पांच साल बाद, टीका मानव परीक्षणों के लिए तैयार था, और 1974 तक, डॉ. ताकाहाशी इसे बनाने में सफल हो गए थे। वैरिकाला चिकनपॉक्स वायरस के खिलाफ पहला टीका है।


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