भारत बनाम इंग्लैंड चौथा टेस्ट: क्रिकेट प्रेमियों, तैयार हो जाइए! भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही रोमांचक टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड ग्राउंड में खेला गया, और यह एक ऐसा मैच था जिसने आखिरी गेंद तक दर्शकों को अपनी सीटों से बांधे रखा। तो, क्या रहा भारत बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट मैच का परिणाम? यह मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ, लेकिन जिस तरह से यह ड्रॉ हुआ, वह किसी जीत से कम नहीं था, खासकर भारतीय टीम के लिए।
चौथे टेस्ट मैच का विस्तृत विश्लेषण
भारत और इंग्लैंड के बीच यह चौथा टेस्ट मैच कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। दोनों टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया और मैच को पांचवें दिन के अंतिम क्षणों तक ले गए।
इंग्लैंड की पहली पारी का दबदबा
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने पहली पारी में 358 रन बनाए। यशस्वी जायसवाल, साई सुदर्शन और ऋषभ पंत ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं, लेकिन टीम एक बड़े स्कोर तक नहीं पहुंच पाई। इसके जवाब में, इंग्लैंड ने बल्लेबाजी में अपना दबदबा दिखाया।
जैक क्रॉली (84), बेन डकेट (94), ओली पोप (71), जो रूट (150) और कप्तान बेन स्टोक्स (141) के शानदार शतकों की बदौलत इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 669 रनों के विशाल स्कोर पर समाप्त की, जिससे उन्हें 311 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त मिली। यह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इतिहास में इंग्लैंड द्वारा 600+ रन बनाने का एक नया रिकॉर्ड है, जो उनके मजबूत बल्लेबाजी क्रम को दर्शाता है।
भारतीय टीम की वापसी: गिल और राहुल का संघर्ष
दूसरी पारी में भारत के सामने एक पहाड़ जैसा लक्ष्य था – मैच को बचाना और हार से बचना। शुरुआती झटकों के बाद, जब यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन जल्दी आउट हो गए, तो ऐसा लगा कि भारत मुश्किल में है। लेकिन फिर, शुभमन गिल और केएल राहुल ने मोर्चा संभाला।
- शुभमन गिल: 78 रन (नाबाद)
- केएल राहुल: 87 रन (नाबाद)
इन दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर 174 रनों की अटूट साझेदारी की और दिन का खेल खत्म होने तक भारत को और कोई नुकसान नहीं होने दिया। उनकी संयमित और जुझारू बल्लेबाजी ने यह सुनिश्चित किया कि इंग्लैंड जीत के लिए पर्याप्त विकेट नहीं ले सके। यह उनकी मानसिक दृढ़ता और तकनीक का शानदार प्रदर्शन था।

मैच का परिणाम: एक रोमांचक ड्रॉ
पांचवें दिन भी शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की शतकीय पारियों ने भारत को संभाला और टीम ने इस मैच को ड्रॉ करा लिया। इंग्लैंड की टीम लगातार विकेट लेने में नाकाम रही और भारतीय बल्लेबाजों ने धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी करते हुए सुनिश्चित किया कि उन्हें हार का सामना न करना पड़े। इस ड्रॉ से दोनों टीमों को WTC अंक मिले, लेकिन भारत ने हार टालकर अपनी सीरीज की उम्मीदों को जिंदा रखा।
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“क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है,” और यह मैच इसका एक बेहतरीन उदाहरण था, जहाँ एक टीम को बड़ी बढ़त मिलने के बावजूद परिणाम ड्रॉ रहा।
आगे क्या? सीरीज में रोमांच बरकरार
यह ड्रॉ बताता है कि यह टेस्ट सीरीज कितनी प्रतिस्पर्धी है। दोनों टीमें बराबर की टक्कर दे रही हैं और अब निगाहें अगले मैच पर होंगी। भारतीय टीम इस ड्रॉ से आत्मविश्वास हासिल करेगी, जबकि इंग्लैंड अपनी पिछली बढ़त को भुनाने में नाकाम रहने पर विचार करेगा। यह निश्चित रूप से आगामी मैच को और भी रोमांचक बना देगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: भारत बनाम इंग्लैंड चौथा टेस्ट मैच कहाँ खेला गया था?
A1: यह मैच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड ग्राउंड में खेला गया था।
Q2: चौथे टेस्ट मैच में कौन से भारतीय बल्लेबाजों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
A2: शुभमन गिल और केएल राहुल ने दूसरी पारी में महत्वपूर्ण नाबाद पारियां खेलीं, जबकि शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने पांचवें दिन शतक लगाकर मैच को ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई।
Q3: इंग्लैंड ने पहली पारी में कितने रन बनाए थे?
A3: इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 669 रन बनाए थे, जिससे उन्हें 311 रनों की बढ़त मिली थी।
निष्कर्ष
भारत बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट मैच का परिणाम एक रोमांचक ड्रॉ रहा, जिसने साबित कर दिया कि टेस्ट क्रिकेट का जादू कभी खत्म नहीं होता। भारतीय टीम ने जिस तरह से वापसी की और हार को टाला, वह काबिले तारीफ है। यह सीरीज अभी भी खुली है और अगला मैच निश्चित रूप से और भी धमाकेदार होगा। अपनी प्रतिक्रियाएं नीचे कमेंट्स में साझा करें और बताएं कि आपको यह मैच कैसा लगा!