भारतीय क्रिकेट में चयन हमेशा से एक गर्म विषय रहा है, और हालिया टीम घोषणा ने फिर से इस बहस को हवा दे दी है। खासकर जब बात करुण नायर (Karun Nair) जैसे खिलाड़ी की हो, जो कभी तिहरा शतक जड़कर सुर्खियों में आए थे, लेकिन अब उनका टेस्ट करियर खतरे में दिख रहा है। वहीं, कुलदीप यादव को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है, और जसप्रीत बुमराह को अहम मौके पर आराम दिया गया है। आइए इन सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करें।
करुण नायर: क्या यह है आखिरी मौका?
करुण नायर (Karun Nair), एक ऐसा नाम जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में तिहरा शतक जड़ने वाले दूसरे बल्लेबाज के रूप में दर्ज है (303* बनाम इंग्लैंड, 2016)। इस ऐतिहासिक पारी के बावजूद, उनका टेस्ट करियर कभी स्थिर नहीं रहा। उन्हें टीम से अंदर-बाहर किया जाता रहा, और अब इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें टीम में अपनी जगह बचाने के लिए एक ‘आखिरी मौका’ दिया जा सकता है।
- हालिया प्रदर्शन: इंग्लैंड दौरे पर पहले तीन टेस्ट में करुण नायर ने 6 पारियों में केवल 131 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 40 रन है।
- दबाव में नायर: उनके ऊपर प्रदर्शन करने का भारी दबाव है, खासकर जब घरेलू क्रिकेट में उन्होंने शानदार वापसी की है। 2023-24 रणजी ट्रॉफी सीजन में विदर्भ के लिए खेलते हुए उन्होंने बेहतरीन रन बनाए थे, और अब वह कर्नाटक वापस लौट आए हैं।
क्या यह आखिरी मौका करुण नायर को उनके करियर में फिर से जान फूंकने में मदद करेगा? यह सवाल हर क्रिकेट प्रेमी के मन में है।
कुलदीप यादव: इंतजार कब होगा खत्म?
चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव का टेस्ट क्रिकेट में सफर भी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। अपनी कमाल की गेंदबाजी से कई बार उन्होंने मैच का रुख पलटा है, लेकिन फिर भी उन्हें लगातार प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिल पाती। इंग्लैंड के खिलाफ चल रही सीरीज में भी उन्हें अब तक मौका नहीं दिया गया है, जबकि पिचें अक्सर स्पिनरों के लिए मददगार होती हैं।
- बल्लेबाजी की कमी?: टीम प्रबंधन अक्सर ऑलराउंडर को प्राथमिकता देता है, और शायद यही वजह है कि कुलदीप को मौका नहीं मिल पा रहा। सितांशु कोटक, भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच, ने भी इस बात का जिक्र किया है कि टीम कॉम्बिनेशन के हिसाब से प्लेइंग इलेवन तय की जाती है, जहां कई बार गेंदबाजी या बल्लेबाजी कमजोर पड़ जाती है।
- क्या टीम कॉम्बिनेशन है बाधा?: रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर जैसे स्पिन ऑलराउंडरों की मौजूदगी भी कुलदीप के लिए मुश्किल खड़ी करती है।
कुलदीप की प्रतिभा पर कोई शक नहीं, लेकिन टेस्ट टीम में उनका स्थान अनिश्चित बना हुआ है।
जसप्रीत बुमराह को आराम: क्या यह सही फैसला है?
जसप्रीत बुमराह, भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ, को इंग्लैंड के खिलाफ आगामी पांचवें टेस्ट से आराम दिया गया है। यह फैसला उनके वर्कलोड और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
- वर्कलोड प्रबंधन: बुमराह पिछले कुछ समय से लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं और उनकी पीठ को आराम की जरूरत है। बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है।
- भविष्य की तैयारी: टीम प्रबंधन चाहता है कि बुमराह आने वाले महत्वपूर्ण मैचों और टूर्नामेंट्स के लिए पूरी तरह फिट रहें। हालांकि, सीरीज के महत्वपूर्ण मोड़ पर उनके बाहर होने से टीम को झटका लग सकता है। चौथे टेस्ट में उनकी गति में थोड़ी गिरावट भी देखने को मिली थी, जहां उन्होंने 33 ओवर में 2 विकेट लिए थे।
यह फैसला कितना सही साबित होगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन एक अनुभवी गेंदबाज का टीम से बाहर होना चिंता का विषय है।
निष्कर्ष
भारतीय क्रिकेट टीम में चयन हमेशा रणनीतिक होता है, लेकिन कुछ खिलाड़ियों के लिए यह कठोर भी हो सकता है। करुण नायर के लिए यह वास्तव में उनके टेस्ट करियर का निर्णायक मोड़ हो सकता है। उन्हें मिले इस ‘आखिरी मौके’ को भुनाना होगा। वहीं, कुलदीप यादव जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी को लगातार नजरअंदाज करना भी विचारणीय है। जसप्रीत बुमराह को दिया गया आराम उनके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन इसका तत्काल प्रभाव टीम के प्रदर्शन पर दिख सकता है।
आपको क्या लगता है, क्या करुण नायर का टेस्ट करियर खत्म होने की कगार पर है? कुलदीप यादव को कब मिलेगा मौका? अपनी राय कमेंट सेक्शन में दें!