Maharashtra Day in Hindi [2023] | भारत देश जब स्वतंत्र हुआ था उस वक्त हमारे देश का नक्शा एक दम अलग हुआ करता था और भारत के कई सारे राज्य एक ही हुआ करते थे. लेकिन धीरे-धीरे इन राज्यों को भाषा और क्षेत्र के आधार पर बांटा जाने लगा और इस तरह से भारत के कई नए राज्यों का निर्माण किया गया. इस वक्त हमारे देश भारत में कुल 29 राज्य हैं, जिनकी अपनी अलग-अलग भाषा और वेशभूषाएं हैं. वहीं भारत के लगभग सारे राज्य हर साल अपने राज्य का स्थापना दिवस भी मनाते हैं और इसी तरह महाराष्ट्र में भी हर साल मई के महीने में स्थापना दिवस मनाया जाता है.
महाराष्ट्र दिवस साल में कब मनाया जाता है (Maharashtra Day Date in hindi)
हर साल 1 मई के दिन महाराष्ट्र के लोग अपने राज्य में महाराष्ट्र दिवस मनाते हैं. इस दिन साल 1960 में महाराष्ट्र राज्य की स्थापना की गई थी और इस राज्य को भारत देश के एक राज्य के रूप में पहचान मिली थी. जिसके बाद से महाराष्ट्र सरकार द्वारा हर साल महाराष्ट्र दिवस मनाया जाने लगा. इस दिन इस राज्य की सरकार द्वारा राज्य के स्कूलों, विश्वविद्यालयों, और सरकार दफ्तरों में छुट्टी दी जाती है. वहीं इस साल ये राज्य अपना 49 वां राज्य स्थापना दिवस मनाने जा रहा है.
महाराष्ट्र अलग राज्य कैसे बना? (History of Maharashtra)
महाराष्ट्र अलग राज्य कैसे बना ? (History of Maharashtra) यह प्रश्न सभी के मन मे जरूर उठता होगा। दरसल, जब भारत को आजादी मिली थी उस वक्त अधिकांश प्रांतीय राज्यों (Provincial States) को बॉम्बे प्रांत में जोड़ दिया गया था । उस वक्त बॉम्बे प्रांत में गुजराती भाषा और मराठी भाषा बोलने वाले लोग रहते थे । भाषा के आधार पर अलग राज्य बनाने की मांग विभिन्न जगहों से उठने लगी ।
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गुजराती भाषा वाले अलग राज्य चाहते थे और मराठी भाषा बोलने वाले लोग खुद के लिए अलग राज्य बनाने की मांग कर रहे थे । अलग राज्यों की मांग को लेकर देश में कई आंदोलन भी किए गए और इन्हीं आंदोलनों के परिणामस्वरूप, बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम, 1960 के तहत नेहरू सरकार ने साल 1960 में महाराष्ट्र राज्य और गुजरात राज्य का गठन किया गया था ।
कैसे मनाते हैं महाराष्ट्र दिवस (How to celebrate Maharashtra Day)
महाराष्ट्र दिवस के दिन को खास बनाने के लिए यहां की राज्य सरकार द्वारा कई तरह के समारोह आयोजित किए जाते हैं. इस दिन को विशेष बनाने के लिए राज्य सरकार कई जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन करती है, जिसमें मराठी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है. इसके अलावा इस दिन राज्य सरकार द्वारा एक परेड भी निकाली जाती है. हर साल इस परेड का आयोजन शिवाजी पार्क में किया जाता है. इतना ही नहीं शिवाजी पार्क में इस दिन राज्य के राज्यपाल द्वारा हर साल भाषण भी दिया जाता है.
महाराष्ट्र राज्य की महत्वपूर्ण बातें (Interesting Facts About Maharashtra) –
देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य
महाराष्ट्र राज्य का भौगोलिक क्षेत्र 307,713 किलोमीटर तक फैला हुआ है. भारत के राज्यों में क्षेत्रफल के आधार पर इस राज्य का तीसरा नंबर हैं. इस राज्य से पहले भारत के राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्य क्षेत्र के आधार पर सबसे बड़े राज्य है.
महाराष्ट्र राज्य के पड़ोसी राज्य
महाराष्ट्र राज्य का दक्षिण हिस्सा कर्नाटक राज्य से लगता है. वहीं इस राज्य का दक्षिण पूर्व हिस्सा आंध्र प्रदेश और गोवा राज्य की सीमाओं से लगा हुआ है. इसके अलावा महाराष्ट्र राज्य की उत्तरी भाग की सीमा मध्य प्रदेश राज्य से जुड़ी हुई है और राज्य के पश्चिम में अरब सागर है.
महाराष्ट्र विधान सभा
भारत की राजनीति में इस राज्य की अहम भूमिका हैं. इस राज्य में कुल 228 विधानसभा सीटें हैं. वहीं लोकसभा की 543 सीटों में से 48 सीटें इस राज्य की हैं और राज्य सभा में इस राज्य की 19 सीटें हैं.
महाराष्ट्र राज्य की जानकारी (Maharashtra Information in Hindi)
राज्य का नाम | महाराष्ट्र |
राजधानी | सर्दियों के समय नागपुर और गर्मियों के समय मुंबई |
राज्य भाषा | मराठी भाषा |
राज्य का गठन | 1 मई, साल 1960 |
राज्य भाषा | मराठी भाषा |
कुल क्षेत्र | 307,713 कि.मी |
कुल जिले | 36 जिले मौजूद हैं |
महाराष्ट्र दिवस पर निबंध (Maharashtra Day Essay In Hindi)
- महाराष्ट्र दिवस (Maharashtra Day Essay In Hindi)) एक मई को मनाया जाता है। यह दिन महाराष्ट्र के लिए बेहद ख़ास होता है। एक मई को समूचे देश में मज़दूर दिवस मनाया जाता है। दरअसल एक मई को देश में महाराष्ट्र राज्य स्थापित किया गया था। महाराष्ट्र राज्य में हर साल इस दिन को राज्य के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- महाराष्ट्र में रहने वाले सभी लोगो के लिए इस दिन की ख़ास एहमियत है। इस मौके पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। इस दिवस पर सांस्कृतिक, रंगीन और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते है।
- ऐसे कार्यक्रमों में मराठी सभ्यता की झलक नज़र आती है। जब भारत सन 1947 में एक स्वतंत्र देश बन गया, तो पश्चिमी भारत में बॉम्बे एक अलग राज्य था। जो मौजूदा महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में था। 1950 के दशक में संयुक्त महाराष्ट्र समिति ने बंबई के तत्कालीन द्विभाषी राज्य से अलग एक मराठी भाषी राज्य के निर्माण करने की माँग की थी।
- सन 1950 में आंध्र प्रदेश, केरल और कर्नाटक का गठन हुआ, लेकिन केंद्र सरकार महाराष्ट्र राज्य के निर्माण की मांग पर ध्यान नहीं दे रही थी। केंद्र में तत्कालीन सरकार के अड़ियल रवैये से परेशान होकर लोगों ने इसके खिलाफ लड़ने का फैसला किया था।
- सरकार ने बल और शक्ति का प्रयोग मांग करके इसे दबाने की कोशिश की थी। महाराष्ट्र दिवस द्वारा गोली चलाने पर मुंबई के फ्लोरा फाउंटेन में सौ से अधिक लोग मारे गए थे। संयुक्त महाराष्ट्र समिति ने अपना लक्ष्य तब प्राप्त किया, जब मुंबई को अपनी राजधानी के रूप में, 1 मई, 1960 को बॉम्बे पुनः संगठन अधिनियम के तहत निर्माण किया गया।
- 1960 में महराष्ट्र राज्य का गठन किया गया था। कहा जाता है कि पहले महाराष्ट्र और गुजरात राज्य, बॉम्बे नामक राज्य का अंग हुआ करते थे। तब 1956 के अधिनियम के मुताबिक सभी अन्य राज्यों का देश में गठन किया जा रहा था।
1940 में शुरू हुई थी अलग राज्य की मांग
मराठी और कोंकनी बोलने वाले लोगों के लिए एक अलग राज्य की मांग 1940 में शुरू हुई थी। साम्युक्ता महासभा संगठन ने राज्य के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया। हालांकि भारत छोड़ो आंदोलन और द्वितीय विश्व युद्ध के कारण आंदोलन धीमा पर गया था। आजादी के बाद एक बार फिर अलग राज्य की मांग ने तेजी पकड़ी। अलग राज्य की वकालत करने वाले कई आयोगों के साथ दो दशकों से अधिक समय लगा। 1956 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने बंबई को पांच साल के लिए केंद्र क्षेत्र के रूप में घोषित किया।
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दो राज्यों में बंटा था बॉम्बे राज्य
बॉम्बे राज्य में दो अलग-अलग समूह उभरे। एक में मराठी और कोंकनी बोलने वालों को शामिल किया गया, जबकि दूसरे समूह में गुजराती और कुची बोलने वाले लोग शामिल थे। वे मांग करने लगे कि उन्हें अपना राज्य प्रदान किया जाए। नतीजतन अप्रैल 1960 में बॉम्बे राज्य को विभाजित किया गया। संसद ने ऐसा करने के लिए बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम पारित किया।
लोकसभा ने बंबई के द्विभाषी राज्य के लिए एक प्रस्ताव पारित किया। मार्च 1960 में लोकसभा ने राज्य संकल्प का प्रस्ताव रखा। एक महीने बाद बॉम्बे राज्य पर संकल्प को लोकसभा द्वारा अनुमोदित किया गया था। 1 मई 1960 को महाराष्ट्र राज्य अस्तित्व में आया। बॉम्बे को महाराष्ट्र की राजधानी बनाया गया।
शिवाजी पार्क में मनाया जाता है उत्सव
राज्य के लोग मराठी विरासत और गर्व का जश्न मनाने के लिए महाराष्ट्र दिवस मनाते हैं। मुंबई में शिवाजी पार्क में एक विशाल उत्सव और परेड आयोजित की जाती है। लोग संगीत रैलियों और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए पारंपरिक परिधान में तैयार होते हैं। एक मई को महाराष्ट्र में छुट्टी मनाई जाती है। अधिकांश स्कूल, कॉलेज और राज्य व केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र के कार्यालय बंद रहते हैं।
महाराष्ट्र के जिलों के नाम (Maharashtra District Name in Hindi)
महाराष्ट्र में कुल मिलाके 36 जिले है :
- अकोला जिला
- अमरावती जिला
- अहमदनगर जिला
- औरंगाबाद जिला
- मुंबई उपनगर जिला (सबअर्बन)
- बीड जिला
- भंडारा जिला
- बुलढाणा जिला
- चन्द्रपूर जिला
- धुले जिला
- गडचिरोली जिला
- गोंदिया जिला
- हिंगोली जिला
- जळगाव जिला
- जालना जिला
- कोल्हापुर जिला
- लातूर जिला
- मुंबई जिला
- नागपूर जिला
- नांदेड जिला
- नंदुरबार जिला
- नाशिक जिला
- उस्मानाबाद जिला
- परभणी जिला
- पुणे जिला
- रायगड जिला
- रत्नागिरी जिला
- सातारा जिला
- सांगली जिला
- सिंधुदुर्ग जिला
- सोलापूर जिला
- ठाणे जिला
- वर्धा जिला
- वाशीम जिला
- यवतमाळ जिला
- पालघर
Maharashtra Day 2023 Messages and Quotes in Hindi
- महाराष्ट्रीयन होने पर गर्व करें, क्योंकि भारत का गर्व बढ़ाने के लिए, महाराष्ट्र अन्य राज्यों के साथ, मिलकर काम करता है.
- हमे महाराष्ट्र पर गर्व है, हमें महाराष्ट्रीयन होने पर गर्व है, हमें मराठी भाषा पर गर्व है, हमें अपनी संस्कृति पर गर्व है.
- मुझे अपने राष्ट्र से प्यार है, मुझे अपने भारत से प्यार है, मुझे अपनी आजादी से प्यार है, मुझे अपने महाराष्ट्र से प्यार है.
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