Mira Murati: क्या आपने कभी सोचा है कि कोई व्यक्ति $1 बिलियन (लगभग ₹8,300 करोड़) का ऑफर ठुकरा सकता है? जी हाँ, AI की दुनिया में ऐसा ही हुआ है। पूर्व OpenAI CTO मीरा मुराती, जिनकी गिनती दुनिया की सबसे प्रभावशाली AI दिग्गजों में होती है, ने मार्क जुकरबर्ग की कंपनी Meta के एक बड़े ऑफर को ठुकरा दिया। यह लेख आपको बताएगा कि मीरा मुराती कौन हैं और उनकी नेट वर्थ कितनी है, और क्यों उन्होंने इतना बड़ा ऑफर अस्वीकार किया।
मीरा मुराती कौन हैं?
मीरा मुराती (Mira Murati) का जन्म 1988 में अल्बानिया में हुआ था। वह एक दूरदर्शी इंजीनियर और तकनीकी नेता हैं जिन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में अपनी एक खास पहचान बनाई है। मीरा का करियर काफी प्रभावशाली रहा है:
- टेस्ला (Tesla): उन्होंने टेस्ला में काम किया और Model X कार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- लीप मोशन (Leap Motion): इसके बाद, उन्होंने संवर्धित वास्तविकता (augmented reality) पर काम करने वाली कंपनी लीप मोशन में अपनी सेवाएं दीं।
- OpenAI: 2018 में, वह OpenAI से जुड़ीं और जल्दी ही चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) के पद पर पहुँच गईं। ChatGPT और DALL-E जैसे क्रांतिकारी AI प्रोडक्ट्स के पीछे उनका दिमाग रहा है।
मीरा को AI के नैतिक उपयोग (ethical use) की वकालत करने के लिए जाना जाता है। उनका मानना है कि AI मानवता के हित में होना चाहिए और इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त नियम बनाए जाने चाहिए।
मीरा मुराती की नेट वर्थ कितनी है?
मीरा मुराती की कुल संपत्ति का सटीक आंकड़ा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है। हालांकि, विभिन्न रिपोर्ट्स और उनके करियर को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि उनकी नेट वर्थ कई मिलियन डॉलर में है। कुछ अनुमानों के अनुसार, उनकी संपत्ति $5 मिलियन से $10 मिलियन USD के बीच हो सकती है। OpenAI में उनकी इक्विटी हिस्सेदारी और कार्यकारी पद पर मिलने वाले वेतन के आधार पर यह संख्या और भी अधिक हो सकती है। अगर उनका नया AI स्टार्टअप ‘थिंकिंग मशीन्स लैब’ (Thinking Machines Lab) सफल होता है, तो उनकी संपत्ति में जबरदस्त उछाल आने की संभावना है।

क्यों ठुकराया Meta का $1 बिलियन का ऑफर?
मार्क जुकरबर्ग की कंपनी Meta ने मीरा के नए स्टार्टअप ‘थिंकिंग मशीन्स लैब’ के कुछ प्रमुख सदस्यों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए ₹8,300 करोड़ तक के बड़े पैकेज की पेशकश की थी। लेकिन मीरा और उनकी टीम ने इसे ठुकरा दिया। इसका कारण सिर्फ पैसा नहीं था, बल्कि कुछ और महत्वपूर्ण बातें थीं:
- स्वतंत्रता और स्वायत्तता: मीरा और उनकी टीम बड़े कॉर्पोरेट ढांचे से हटकर, अपनी शर्तों पर काम करना चाहती थी। वे AI के भविष्य को स्वतंत्र रूप से आकार देना चाहते थे।
- मिशन और दृष्टिकोण: ‘थिंकिंग मशीन्स लैब’ का लक्ष्य AI के विकास को एक नए और अधिक जिम्मेदार दृष्टिकोण से आगे बढ़ाना है, जो शायद Meta जैसे बड़े संगठन के साथ संभव नहीं था।
- भविष्य में विश्वास: अपनी टीम और अपने स्टार्टअप के मिशन में उनके विश्वास ने उन्हें यह ऑफर ठुकराने का साहस दिया।
यह कहानी दिखाती है कि AI की दुनिया में सिर्फ पैसा ही सब कुछ नहीं है, बल्कि दूरदर्शिता और सिद्धांतों का भी बड़ा महत्व है।
निष्कर्ष
मीरा मुराती सिर्फ एक तकनीकी विशेषज्ञ नहीं हैं, बल्कि एक ऐसी नेता हैं जो AI की दुनिया को एक नई दिशा दे रही हैं। Meta के $1 बिलियन के ऑफर को ठुकराना उनके साहस और अपने मिशन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उनका मानना है कि AI सिर्फ एक तकनीकी उपकरण नहीं, बल्कि मानवता के भविष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनकी कहानी उन सभी युवा पेशेवरों के लिए एक प्रेरणा है जो अपने जुनून और मूल्यों पर टिके रहना चाहते हैं।