राष्ट्रीय पुरस्कार 2025 (National Awards 2025) की घोषणा हो चुकी है और एक बार फिर देश की सर्वश्रेष्ठ सिनेमाई प्रतिभाओं को सम्मान मिला है। यह भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है, जो कला और संस्कृति के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। इस साल के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों ने दर्शकों और आलोचकों को समान रूप से रोमांचित किया है।
इस ब्लॉग पोस्ट में हम न केवल विजेताओं की पूरी सूची पर चर्चा करेंगे, बल्कि उन खास बातों और विश्लेषण पर भी ध्यान देंगे जो इस साल के पुरस्कारों को यादगार बनाती हैं।
National Awards 2025: 71वें राष्ट्रीय पुरस्कार 2025 के मुख्य विजेता
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में हिंदी सिनेमा का दबदबा देखने को मिला। कई बेहतरीन फिल्मों और कलाकारों को उनकी कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार समारोह सिर्फ एक ट्रॉफी देने का अवसर नहीं है, बल्कि उन कहानियों और प्रयासों का उत्सव है जो भारतीय सिनेमा को समृद्ध बनाते हैं।
- सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: शाहरुख खान (फिल्म: ‘जवान’) और विक्रांत मैसी (फिल्म: ’12वीं फेल’) को संयुक्त रूप से यह सम्मान मिला।
- सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: रानी मुखर्जी को फिल्म ‘मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे’ में उनके दमदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला।
- सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म: विधु विनोद चोपड़ा द्वारा निर्देशित ’12वीं फेल’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार दिया गया।
- सर्वश्रेष्ठ निर्देशक: सुदीप्तो सेन को ‘द केरल स्टोरी’ के निर्देशन के लिए सम्मानित किया गया।
इस साल की घोषणा में एक दिलचस्प बात यह रही कि सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दो दिग्गजों ने साझा किया। जहाँ एक ओर शाहरुख खान को ‘जवान’ जैसी कमर्शियल हिट के लिए पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला, वहीं विक्रांत मैसी को ’12वीं फेल’ जैसे यथार्थवादी सिनेमा के लिए यह सम्मान प्राप्त हुआ। यह दर्शाता है कि जूरी ने व्यावसायिक सफलता और कलात्मक उत्कृष्टता, दोनों को महत्व दिया है।
तकनीकी और अन्य श्रेणियों के विजेता
केवल अभिनय और निर्देशन ही नहीं, बल्कि सिनेमा के अन्य पहलुओं को भी राष्ट्रीय पुरस्कार 2025 में सराहा गया है।
- सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी: ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ के गाने “ढिंढोरा बाजे रे” के लिए वैभवी मर्चेंट को यह पुरस्कार मिला।
- सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायिका (महिला): शिल्पा राव को ‘जवान’ के गाने “छलिया” के लिए सम्मानित किया गया।
- सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक (पुरुष): पीवीएन एस रोहित को ‘बेबी’ के गाने “प्रेमिस्तुन्ना…” के लिए यह पुरस्कार मिला।
- सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म: ‘कटहल: अ जैकफ्रूट मिस्ट्री’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का खिताब मिला।
राष्ट्रीय पुरस्कार 2025 की जूरी का मानना है कि सिनेमा समाज का दर्पण होता है। जूरी के अध्यक्ष आशुतोष गोवारिकर और पी. शेषाद्रि जैसे दिग्गजों ने यह सुनिश्चित किया कि पुरस्कार निष्पक्ष और गुणवत्ता-आधारित हों।
Also Read: Son of Sardaar 2 Review: क्या अजय देवगन की कॉमेडी ने फिर जीता दिल?
राष्ट्रीय पुरस्कार 2025: एक नया ट्रेंड
इस साल के राष्ट्रीय पुरस्कारों ने एक नया ट्रेंड सेट किया है। जहाँ ’12वीं फेल’ जैसी छोटी बजट की, लेकिन दिल छू लेने वाली कहानी को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का सम्मान मिला, वहीं ‘जवान’ जैसी बड़े बजट की फिल्म को भी सराहा गया। यह भारतीय सिनेमा के बदलते परिदृश्य को दर्शाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में 60% से अधिक दर्शकों ने सामाजिक संदेश वाली फिल्मों को पसंद किया, जो इस बात का सबूत है कि दर्शक अब सिर्फ मनोरंजन ही नहीं, बल्कि सार्थक सिनेमा भी चाहते हैं।
निष्कर्ष और आगे की राह
राष्ट्रीय पुरस्कार 2025 ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारतीय सिनेमा विविधता और उत्कृष्टता का एक अद्भुत संगम है। यह पुरस्कार न केवल विजेताओं का सम्मान करता है, बल्कि आने वाले फिल्म निर्माताओं और कलाकारों को भी प्रेरित करता है। हम आशा करते हैं कि भविष्य में भी भारतीय सिनेमा इसी तरह नई ऊंचाइयों को छूता रहेगा।