Satyapal Malik Statement in Hindi: पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक ने BJP पर लगाए गंभीर आरोप, जानिए सत्यपाल मलिक के बारे में सब कुछ

Satyapal Malik Statement in Hindi
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Satyapal Malik Statement in Hindi: सत्यपाल मलिक ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा था कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की चूक के कारण फरवरी 2019 में पुलवामा में जवानों पर घातक हमला हुआ, मुझे उसके बारे में बोलने से मना किया था। सत्यपाल मलिक ने कहा, सीआरपीएफ ने एयरक्रॉफ्ट की मांग की थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विमान देने से इनकार कर दिया था।

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मल‍िक ने कहा – राजनाथ स‍िंह है पीएम पद के ल‍िए ‘गंभीर उम्मीदवार’

मलिक ने सोमवार को कहा था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री पद के लिए ‘गंभीर उम्मीदवार’ हैं और ‘अगर यह उनकी किस्मत में है तो वह पीएम बन जाएंगे।’ अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैं उनके अच्छे होने की कामना करता हूं, लेकिन राजनीति और चुनाव में कोई नहीं जानता कि क्या होगा। मौजूदा स्थिति उनके लिए कठिन है, उन्हें कुछ चीजें करनी होंगी।”

अडानी मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी से उन्हें नुकसान होगा’ 

मलिक ने दावा किया कि अडानी मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी से उन्हें नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को पुलवामा मुद्दे पर भी बोलना चाहिए। राजस्थान के संदर्भ में जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, मलिक ने कहा कि अगर भाजपा वसुंधरा राजे को अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करती है, तो उसके जीतने की संभावना बढ़ जाएगी।

सीबीआई (CBI) का समन

दरअसल, सीबीआई ने मलिक को बीमा घोटाले में समन भेजा है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूर्व राज्यपाल को 27 और 28 अप्रैल को अपने अकबर रोड गेस्टहाउस पर पेश होने के लिए कहा है। 

क्या हैं मलिक के आरोप? (Satyapal Malik Statement in Hindi)

17 अक्तूबर 2021 को राजस्थान के झुंझुनू में एक कार्यक्रम में सत्यपाल मलिक ने कहा था कि कश्मीर जाने के बाद मेरे पास दो फाइलें आईं। इनमें से एक फाइल आरएसएस से जुड़े एक शख्स की थी जो पिछली महबूबा मुफ्ती और भाजपा की गठबंधन सरकार में मंत्री थे। वे पीएम मोदी के भी बेहद करीबी थे। मुझे सचिवों ने सूचना दी कि इसमें घोटाला है और फिर मैंने बारी-बारी से दोनों डील रद्द कर दीं। सचिवों ने मुझसे कहा कि दोनों फाइलों के लिए 150-150 करोड़ रुपये दिए जाएंगे, लेकिन मैंने उनसे कहा कि मैं पांच कुर्ता-पायजामे के साथ आया हूं और सिर्फ उसी के साथ यहां से चला जाऊंगा।

गृह मंत्रालय की ‘अक्षमता और लापरवाही’ का नतीजा: सत्यपाल मलिक

2019 में लोकसभा चुनाव से पहले 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था। उस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। सत्यपाल मलिक, उस वक्त जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे। उन्होंने अपने साक्षात्कार में कहा था, प्रधानमंत्री को कश्मीर के बारे में ‘गलत जानकारी’ है। वे वहां से ‘अनभिज्ञ’ हैं।

सैनिकों को ले जाने के लिए विमान क्यों नहीं दिया गया: आरजेडी

Satyapal Malik Statement in Hindi: आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि शहीद जवानों की विधवाओं और देश की जनता प्रधानमंत्री जी से स्पष्ट वक्तव्य की मांग करता है कि 8400 करोड़ के विमान पर वो स्वयं चलते हैं पर जांबाज सैनिकों के लिए विमान मांगने के बावजूद भी क्यों पर नहीं दिया गया। शक्ति यादव ने यह भी कहा कि बीजेपी को बताना चाहिए कि किन परिस्थितियों में गृह मंत्रालय ने जहाज देने से इनकार किया? आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि सत्यपाल मलिक के अनुसार इस मौत की जिम्मेदार केंद्र की सरकार है। जब सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री और सुरक्षा सलाहकार डोभाल दोनों को सूचना दी कि हमारे ही लापरवाही के कारण जवानों ने जाने गवाई तो चुप रहने की धमकी दी गई। जबकि जवानों की सुरक्षा के लिए मात्र 5 एयरक्राफ्ट की ही जरूरत थी। ज्ञात हो सेना का कॉनबॉय बड़ा था, इससे पहले इतना बड़ा कॉनबॉय सड़क मार्ग से कभी नहीं गुजरा था, फिर भी गृह मंत्रालय ने साफ-साफ विमान देने से इनकार कर दिया।

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Satyapal Malik Statement in Hindi: खुले मंच पर हो पूछताछ

फोगाट खाप प्रधान बलवंत नंबरदार व सांगवान खाप सचिव नरसिंह डीपी ने संयुक्त रूप से कहा कि सत्यपाल मलिक मामले में खापें आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. सर्वखाप महापंचायत के निर्णय अनुसार सभी खापें एकजुट होंगी. साथ ही कहा कि खापों के साथ-साथ किसान संगठन भी हर कुर्बानी देने को तैयार हैं. कहा कि अगर सतपाल मिलक से सीबीआई को पूछताछ करनी है तो खाप प्रतिनिधियों के साथ खुले मंच पर पूछताछ करें. सत्यपाल मलिक मामले में किसान आंदोलन की तर्ज पर एकजुट होने का आह्वान किया गया है.

Satyapal Malik Statement in Hindi: “मैंने उसी दिन पुलवामा मुद्दा उठाया था”

सीकर के दौरे पर आए मलिक ने सोमवार को कहा ‘‘मैंने तब भी पुलवामा मुद्दे को उठाया था। उसी दिन, अगले दिन और फिर बाद में भी कई बार उठाया था। जब मैं राज्यपाल था तब भी मैंने किसानों का मुद्दा उठाया था। यह कहना गलत है कि जब मैं पद से हट गया तब मैंने यह उठाया।’’ गौरतलब है कि पुलवामा जिले के अवन्तीपोरा में 14 फरवरी 2019 को, जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय सुरक्षा कर्मियों को ले जाने वाले सीआरपीएफ के वाहनों के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 भारतीय सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए थे। 

Satyapal Malik Statement in Hindi: मौजूदा परिस्थितियां भाजपा के लिये कठिन

सीकर में सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में सत्यपाल मलिक ने कहा ‘‘मौजूदा परिस्थितियां उनके (भाजपा) लिये कठिन है। उनको कुछ चीजों को करना पड़ेगा। एक तो अडाणी वाले मामले में प्रधानमंत्री ने जवाब नहीं दिया है। संसद में वह बोले लेकिन अडाणी वाले मामले पर कुछ नहीं कहा। उस पर अगर वह नहीं बोलेंगे तो नुकसान हो जायेगा। और पुलवामा मुद्दे पर भी उनको स्पष्टीकरण देना चाहिए। अगर कोई जांच हुई है तो कार्यवाही करनी चाहिए।’’ 

सत्यपाल मलिक से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  • क्या सत्यपाल मलिक धूम्रपान करते हैं ? ज्ञात नहीं
  • क्या सत्यपाल मलिक शराब पीते हैं ? ज्ञात नहीं
  • वह गांव हिसावाड़ा, मेरठ, उत्तर प्रदेश के एक बहुत गरीब परिवार में पैदा हुए थे।
  • उन्होंने बहुत ही कम उम्र में राजनीति शुरू की, जिसके चलते वह एक छात्र समाजवादी संगठन के नेता के बने और बीजेपी के उपाध्यक्ष बने।सत्यपाल मलिक किशोरावस्था में
  • वर्ष 1968 में, उन्होंने सोफिया, बुल्गारिया में आयोजित “वर्ल्ड यूथ फेस्टिवल” में भाग लिया।
  • वह मेरठ कॉलेज में एक छात्र नेता थे, जिसके चलते वर्ष 1974 में उत्तर प्रदेश के बागपत से चरण सिंह की भारतीय क्रांति दल के विधायक बने।
  • वर्ष 1984 में, उन्होंने पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए और राज्यसभा सांसद बने। हालांकि, बोफोर्स घोटाले के चलते उन्होंने तीन साल बाद पार्टी छोड़ दी।

Satyapal Malik Statement in Hindi: केंद्र सरकार के समक्ष रखी गई हैं ये मांगें

पूर्व राज्यपाल मलिक को संविधान के अनुसार मिलने वाली वे सभी सुविधाएं दी जाएं, जिन्हें केंद्र सरकार ने छीना है। लिहाजा, सत्यपाल मलिक ने अनुच्छेद 370 हटाने का साहसिक कार्य किया है, इस वजह से उनकी जान को खतरा है। उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी मुहैया कराई जाए। अगर मलिक पर कोई हमला होता है, तो उसकी जिम्मेदारी भारत सरकार की होगी। हमला होने की स्थिति में देश शांत नहीं बैठेगा। मलिक ने तथ्यों के साथ, केंद्र सरकार पर जो गंभीर आरोप लगाए हैं, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और विपक्षी दलों से दो-दो सदस्यों की कमेटी बनाकर उसकी निष्पक्ष जांच कराई जाए। यदि सरकार, इन मांगों को पूरा नहीं करती है तो सभी खाप पंचायतें आगे की रणनीति तय करेंगी। इस बाबत राष्ट्रपति से मिलकर मांग पत्र सौंपा जाएगा।

सत्य पाल मलिक  का जीवन परिचय (Satya Pal Malik Biography in Hindi)


नाम        
सत्य पाल मलिक
उपनामसत्य पाल
जन्म                    24 जुलाई 1946
आयु77 वर्ष
जन्म स्थानहिसवाड़ा गांव, बागपत, उत्तरप्रदेश
पिताबुद्ध देव सिंह
माताजगबीरी देवी
भाईज्ञात नहीं
बहनज्ञात नहीं
पदजम्मू-कश्मीर, गोवा, बिहार, मेघालय के पूर्व राज्यपाल
स्कूलप्राइवेट स्कूल
कॉलेज/युनिवर्सिटीमेरठ कॉलेज
शिक्षाएलएलबी, बीएससी
प्रोफेशनराजनीतिज्ञ
पार्टीBJP ( भारतीय जनता पार्टी)
धर्महिन्दू
जातिज्ञात नहीं
वैबाहिक स्थतिविवाहित
गर्लफ्रेंड/पत्नीइकबाल मालिक
नेट वर्थ1-2 करोड़ अनुमति
वजन95 किलोग्राम
ऊंचाई5 फीट 7 इंच
बालों का रंगसफ़ेद
आँखों का रंगहल्का भूरा
राशिमकर राशी
शौकसमाज सेवा, पुस्तकें पढ़ना, संगीत सुनना, फोटोग्राफी करना

सत्य पाल मलिक जन्म और परिवार (Satya Pal Malik Birth and Satya Pal Malik family)

Satya Pal Malik का जन्म 24 जुलाई 1946 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के हिसवाड़ा नामक गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम बुद्ध देव सिंह और माता का नाम जगबीरी देवी था। उनके पिता एक किसान थे, लेकिन दुर्भाग्य से उनका निधन तब हो गया जब सत्यपाल मलिक केवल दो वर्ष के थे। उनके पिता की मृत्यु के बाद, उनका पालन-पोषण उनकी माँ जगबीरी देवी ने किया। सत्य पाल मलिक ने 14 दिसंबर, 1970 को इकबाल मलिक से शादी की। वह हिंदू धर्म का पालन करते हैं और जाट जाति से हैं।

सत्य पाल मलिक प्राम्भिक करियर(Satya Pal Malik Early Career)

उन्होंने करियर विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में बिताया। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता और सामाजिक उपक्रमों के प्रबंधक के रूप में अपनी शुरुआत की थीं। सत्य पाल मलिक ने भारतीय जनसंघर्ष में भी अपनी भूमिका निभाई, जहां वे सामाजिक और आर्थिक न्याय, और गांवों के विकास के लिए लड़े। उन्होंने सतत ग्रामीण विकास, किसान कल्याण, शिक्षा, और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम किया। कई अन्य नेताओं की तरह सत्यपाल मलिक भी छात्र राजनीति के जरिए राजनीति में आए। उन्होंने 1968 में मेरठ कॉलेज में पढ़ाई के दौरान छात्र संघ चुनाव में भाग लिया और कॉलेज के पहले छात्र अध्यक्ष बनने के लिए चुनाव जीता। वे दो बार मेरठ कॉलेज में छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए।

सत्य पाल मलिक के बारे में रोचक तथ्य (Satya Pal Malik Facts)

  • उनका पहला चुनाव 1968 में हुआ था, जब उन्होंने मेरठ कॉलेज के छात्र संघ चुनाव में प्रथम छात्र प्रेसिडेंट के रूप में चुनाव लड़ा था।
  • उन्होंने छात्र राजनीति के माध्यम से राजनीति में कदम रखा था ।
  • वह भारतीय राजनेता हैं जो भाजपा के सदस्य हैं।
  • उन्होंने उत्तर प्रदेश के राज्य सभा के सदस्य के रूप में भी चुनाव लड़ा था और वे दो बार राज्य सभा के सदस्य चुने गए थे।
  • वह साल 1989 में अलीगढ़ से लोक सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा था और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
  • satya pal malik instagram Id @satya_pal_malik_governor है।

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