SSC Protest 31 July News: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं और देरी को लेकर छात्रों का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। 31 जुलाई, 2025 को देशभर से आए हजारों छात्रों ने दिल्ली में एक बार फिर बड़े पैमाने पर SSC प्रोटेस्ट 31 जुलाई के तहत प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन, जिसे “दिल्ली चलो” मार्च का नाम दिया गया था, SSC की परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग को लेकर किया गया।
आखिर क्यों हो रहा है यह SSC प्रोटेस्ट?
SSC द्वारा आयोजित परीक्षाओं में लगातार हो रही देरी, पेपर लीक के आरोप और सामान्यीकरण (normalization) प्रक्रिया में कथित विसंगतियों ने छात्रों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर कर दिया है। छात्रों का कहना है कि वे कई सालों से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन SSC की खराब कार्यप्रणाली के कारण उनका भविष्य अधर में लटका हुआ है।

- परीक्षा परिणामों में देरी: SSC विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम जारी करने में अत्यधिक समय लेता है, जिससे छात्रों में अनिश्चितता बनी रहती है।
- पेपर लीक की घटनाएं: अतीत में SSC परीक्षाओं में पेपर लीक के कई मामले सामने आए हैं, जिससे योग्य उम्मीदवारों का चयन प्रभावित होता है। उदाहरण के लिए, 2018 में SSC CGL परीक्षा में पेपर लीक का मामला एक बड़ा विवाद बन गया था, जिसके बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे।
- सामान्यीकरण प्रक्रिया पर सवाल: छात्रों का आरोप है कि सामान्यीकरण की प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं है और यह कुछ छात्रों के लिए अनुचित साबित होती है।
- भर्तियों की संख्या में कमी: कई छात्रों का मानना है कि रिक्तियों की संख्या उतनी नहीं है जितनी होनी चाहिए, जिससे प्रतिस्पर्धा और भी कठिन हो जाती है।
SSC Protest 31 July News: 31 जुलाई को क्या हुआ?
आज, 31 जुलाई को, देश के विभिन्न राज्यों से आए SSC उम्मीदवारों और उनके समर्थन में कई शिक्षकों ने दिल्ली में डेरा डाला। उनका मुख्य उद्देश्य केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह से मिलना था। सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों को DoPT (Department of Personnel and Training) कार्यालय के पास रोका गया और पुलिस ने कई प्रसिद्ध शिक्षकों, जिनमें नीतू सिंह और राकेश यादव जैसे नाम शामिल हैं, को हिरासत में लिया। इससे छात्रों में और भी आक्रोश फैल गया।
प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगें:
SSC Protest 31 July News: प्रदर्शनकारी छात्रों की प्रमुख मांगें निम्नलिखित हैं:

- समयबद्ध परीक्षा कैलेंडर: SSC को एक निश्चित परीक्षा कैलेंडर जारी करना चाहिए और उसका कड़ाई से पालन करना चाहिए।
- पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया: पेपर लीक को रोकने और सामान्यीकरण प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
- फास्ट-ट्रैक सुनवाई: पेपर लीक जैसे मामलों में त्वरित जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
- रिक्तियों में वृद्धि: सरकार को विभिन्न विभागों में रिक्त पदों को भरने के लिए और अधिक भर्तियां निकालनी चाहिए।
- वन टाइम रजिस्ट्रेशन (One Time Registration): छात्रों को बार-बार परीक्षा फॉर्म भरने की बजाय वन टाइम रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलनी चाहिए।
SSC Protest 31 July News: आगे क्या होगा?

SSC प्रोटेस्ट 31 जुलाई के बाद भी छात्रों का संघर्ष जारी रहने की संभावना है। सोशल मीडिया पर #SSCProtest जैसे हैशटैग लगातार ट्रेंड कर रहे हैं, जो छात्रों के बीच एकजुटता को दर्शाते हैं। सरकार पर दबाव बढ़ रहा है कि वह छात्रों की मांगों पर ध्यान दे और SSC की कार्यप्रणाली में सुधार लाए।
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एक अनुमान के अनुसार, हर साल लाखों छात्र SSC परीक्षाओं में बैठते हैं, लेकिन चयन दर काफी कम रहती है। उदाहरण के लिए, SSC CGL 2024 के लिए लगभग 1,86,509 उम्मीदवारों ने Tier 2 परीक्षा दी थी, जिसका परिणाम 13 मार्च 2025 को घोषित किया गया। इतनी बड़ी संख्या में छात्रों के भविष्य का सवाल है, जिस पर गंभीरता से विचार करना अत्यंत आवश्यक है।
छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
- जुड़े रहें: विरोध प्रदर्शनों और SSC से संबंधित ताजा अपडेट्स के लिए विश्वसनीय समाचार स्रोतों और आधिकारिक SSC वेबसाइट (https://ssc.gov.in) से जुड़े रहें।
- अपनी तैयारी जारी रखें: विरोध प्रदर्शन महत्वपूर्ण हैं, लेकिन अपनी पढ़ाई जारी रखना भी उतना ही आवश्यक है।
- सही जानकारी साझा करें: सोशल मीडिया पर कोई भी जानकारी साझा करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करें।
निष्कर्ष
SSC Protest 31 July News: SSC प्रोटेस्ट 31 जुलाई की खबर इस बात का प्रमाण है कि देश के युवाओं में सरकारी नौकरी की भर्ती प्रक्रिया को लेकर कितना असंतोष है। यह समय है कि सरकार छात्रों की आवाज सुने और SSC की कार्यप्रणाली में मूलभूत सुधार करे ताकि योग्य उम्मीदवारों को उनका हक मिल सके। यह केवल छात्रों का भविष्य नहीं, बल्कि देश के विकास का भी सवाल है।