आजकल डिजिटल पेमेंट और जानकारी शेयर करने के लिए QR कोड का इस्तेमाल बहुत आम हो गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सुविधा आपके लिए एक बड़ा खतरा भी बन सकती है? हाल ही में, अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने QR कोड स्कैम (जिसे “क्विशिंग” भी कहते हैं) को लेकर एक गंभीर चेतावनी जारी की है।
इस चेतावनी में बताया गया है कि कैसे स्कैमर्स लोगों को जाल में फंसाकर उनकी निजी जानकारी और पैसे चुरा रहे हैं। अगर आप भी QR कोड का इस्तेमाल करते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि यह स्कैम क्या है और आप इससे कैसे सुरक्षित रह सकते हैं।
QR कोड स्कैम एक तरह का साइबर अपराध है, जिसमें अपराधी नकली QR कोड का इस्तेमाल करके लोगों को धोखा देते हैं। यह फिशिंग (Phishing) का ही एक नया रूप है। स्कैमर्स इन कोड्स को ईमेल, टेक्स्ट मैसेज, सोशल मीडिया या सार्वजनिक जगहों पर लगे असली कोड्स के ऊपर चिपका देते हैं। जब कोई व्यक्ति इन नकली QR कोड को स्कैन करता है, तो उसे एक फर्जी वेबसाइट पर भेज दिया जाता है।
FBI के अनुसार, स्कैमर्स इन QR कोड का इस्तेमाल लोगों को अनचाहे पैकेज के साथ भी कर रहे हैं। इन पैकेजेस में अक्सर कोई QR कोड होता है, जिसे स्कैन करने पर लोगों से उनकी व्यक्तिगत जानकारी या बैंक डिटेल्स मांगी जाती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में QR कोड स्कैम से जुड़े मामलों में 587% की बढ़ोतरी देखी गई है, जो इसकी बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। यह दिखाता है कि स्कैमर्स लगातार नए तरीके अपना रहे हैं।
QR कोड स्कैम कैसे काम करता है?
- फिशिंग वेबसाइट: QR कोड स्कैन करने पर आप एक ऐसी वेबसाइट पर पहुँच जाते हैं जो बैंक, शॉपिंग साइट या किसी सरकारी पोर्टल जैसी दिखती है। यहाँ आपसे लॉगिन डिटेल्स, क्रेडिट कार्ड नंबर या अन्य संवेदनशील जानकारी मांगी जाती है।
- मैलवेयर डाउनलोड: कई बार QR कोड स्कैन करने पर आपके फोन में अपने आप कोई खतरनाक सॉफ्टवेयर (Malware) डाउनलोड हो जाता है, जो आपकी जानकारी चुरा सकता है।
- पैसे की डिमांड: कुछ मामलों में, QR कोड आपको सीधे पेमेंट पेज पर ले जाता है और आपसे पैसे भेजने के लिए कहता है।
Also Read: Bank Holidays August 2025 India | अगस्त में इतने दिन रहेंगे बैंक बंद, निपटा लें अपने जरूरी काम
QR कोड स्कैम से सुरक्षित कैसे रहें?
सुरक्षित रहने के लिए आपको कुछ सावधानियां बरतनी होंगी। यहां कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं:
- अज्ञात QR कोड को स्कैन न करें: किसी भी ईमेल, मैसेज या अनचाहे पैकेज पर दिए गए QR कोड को कभी भी स्कैन न करें। अगर आपको कोई ऐसा पैकेज मिलता है जो आपने ऑर्डर नहीं किया, तो उसे नज़रअंदाज़ करें।
- वेबसाइट URL की जांच करें: QR कोड स्कैन करने के बाद खुलने वाली वेबसाइट के URL को हमेशा ध्यान से देखें। सुनिश्चित करें कि URL सही है और उसमें कोई वर्तनी की गलती (typo) नहीं है। यह https:// से शुरू होना चाहिए।
- सार्वजनिक QR कोड्स पर सावधानी बरतें: रेस्टोरेंट, पार्किंग मीटर या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लगे QR कोड्स को स्कैन करने से पहले जांच लें कि वे असली हैं या नहीं। अक्सर स्कैमर्स असली कोड के ऊपर नकली स्टिकर चिपका देते हैं।
- टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें: अपने सभी महत्वपूर्ण अकाउंट्स पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू रखें। यह एक अतिरिक्त सुरक्षा परत है।
अगर आप स्कैम का शिकार हो जाएं तो क्या करें?
अगर आपको लगता है कि आप QR कोड स्कैम का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत ये कदम उठाएं:
- बैंक से संपर्क करें: अपने बैंक या वित्तीय संस्थान को तुरंत सूचित करें और अपने कार्ड को ब्लॉक करवाएं।
- पासवर्ड बदलें: उन सभी अकाउंट्स के पासवर्ड बदलें जिनकी जानकारी आपने गलती से दे दी थी।
- अथॉरिटी को रिपोर्ट करें: इस घटना की रिपोर्ट पुलिस या साइबर क्राइम सेल को करें। भारत में आप राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं (https://cybercrime.gov.in)।
निष्कर्ष
QR कोड हमारी डिजिटल दुनिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, लेकिन इसके साथ आने वाले खतरों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। FBI की QR कोड स्कैम चेतावनी हमें यह सिखाती है कि हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए। याद रखें, थोड़ी सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है। अगली बार जब भी आप कोई QR कोड स्कैन करें, तो सोच-समझकर ही करें।