Mumbai Rains Today: मुंबई, सपनों का शहर, एक बार फिर मानसून की भारी मार झेल रहा है। पिछले कुछ दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने शहर के निचले इलाकों को पानी में डुबो दिया है, जिससे सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम ने लोगों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है, और सबसे बड़ी खबर यह है कि अंधेरी सबवे को वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश का अनुमान जताया है, जो मुंबईकरों के लिए चिंता का विषय है। यह सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि हर साल मुंबई के सामने आने वाली एक बड़ी चुनौती है।
Mumbai Rains Today: मुंबई में भारी बारिश: क्यों जलमग्न हो जाता है शहर?
मुंबई की भौगोलिक स्थिति और पुरानी ड्रेनेज व्यवस्था अक्सर भारी बारिश में शहर के जलमग्न होने का कारण बनती है। एक IIT भुवनेश्वर के अध्ययन के अनुसार, मुंबई उन शहरों में से एक है जहां पिछले 100 सालों में भारी और बहुत भारी बारिश के दिनों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। यह अध्ययन बताता है कि मुंबई में 1,500 दिनों तक लगातार भारी बारिश और 550 दिनों तक बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है।
शहर का ड्रेनेज सिस्टम, जो कई जगहों पर 100 साल से भी पुराना है, प्रति घंटे केवल 25-55 मिमी बारिश को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जबकि मानसून में अक्सर 100 मिमी प्रति घंटे से अधिक बारिश होती है। जब यह भारी बारिश ऊँची ज्वार के साथ मेल खाती है, तो पानी का निकास लगभग असंभव हो जाता है।
- पुरानी ड्रेनेज व्यवस्था: मुंबई का अधिकांश जल निकासी ढाँचा दशकों पुराना है और बढ़ती आबादी और शहरीकरण के साथ तालमेल नहीं बिठा पा रहा है।
- अतिक्रमण और कचरा: नालियों पर अतिक्रमण और उनमें फेंका गया कचरा पानी के प्राकृतिक बहाव को बाधित करता है, जिससे जलभराव होता है।
- ऊँची ज्वार का प्रभाव: समुद्र से सटे होने के कारण, ऊँची ज्वार के समय बारिश का पानी समुद्र में वापस नहीं जा पाता, जिससे निचले इलाकों में पानी भर जाता है।
Mumbai Rains Today: अंधेरी सबवे बंद: आवागमन पर पड़ा असर
Mumbai Rains Today: अंधेरी सबवे, पश्चिमी मुंबई का एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जो भारी बारिश के कारण बंद कर दिया गया है। यह मुंबई में भारी बारिश के दौरान सबसे पहले जलमग्न होने वाले स्थानों में से एक है। इसकी वजह से पश्चिमी उपनगरों में यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लोगों को लंबे रूट लेने पड़ रहे हैं और ऑफिस या अन्य गंतव्यों तक पहुंचने में काफी समय लग रहा है। मुंबई पुलिस और नागरिक अधिकारी लगातार स्थिति पर नज़र रख रहे हैं और नागरिकों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दे रहे हैं।
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IMD की चेतावनी और आगे क्या?
IMD ने मुंबई और आसपास के क्षेत्रों के लिए “ऑरेंज अलर्ट” जारी किया है, जिसका अर्थ है कि अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही, अगले 48 घंटों में शहर और उपनगरों में सामान्य रूप से बादल छाए रहने और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। IMD ने मछुआरों को भी उत्तरी महाराष्ट्र तट पर समुद्र में न जाने की सलाह दी है, क्योंकि 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

- 23 जुलाई 2025 (आज): मुंबई में भारी बारिश और 79% उच्च आर्द्रता के साथ तापमान 26.7°C से 28.5°C के बीच रहने की संभावना है।
- सप्ताह भर बारिश: IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, पूरे सप्ताह बारिश जारी रहेगी। 26 जुलाई को सबसे अधिक बारिश की संभावना है।
Mumbai Rains Today:सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
मुंबईकरों को इस मानसून में सुरक्षित रहने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- आवश्यक न हो तो यात्रा से बचें: यदि संभव हो, तो अत्यधिक जलभराव वाले क्षेत्रों में यात्रा करने से बचें।
- बिजली के खंभों और तारों से दूर रहें: खुले तारों और बिजली के खंभों के पास न जाएं, क्योंकि इससे बिजली का झटका लगने का खतरा रहता है।
- ताजा भोजन का सेवन करें: दूषित पानी और भोजन से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए बाहर के खाने से बचें और घर का बना ताजा भोजन करें।
- जलभराव वाले इलाकों में न चलें: 6 इंच से गहरे चलते पानी में चलने से बचें, क्योंकि यह आपको गिरा सकता है।
- आवश्यक सामान पास रखें: रेनकोट, छाता, पानी की बोतल और आवश्यक दवाओं के साथ एक आपातकालीन किट हमेशा तैयार रखें।
- मौसम अपडेट पर नज़र रखें: स्थानीय मौसम विभाग और बीएमसी द्वारा जारी अलर्ट और सलाह का पालन करें।
मुंबई की तैयारियों और भविष्य की उम्मीदें
Mumbai Rains Today: मुंबई में जलभराव की समस्या को हल करने के लिए BMC और राज्य सरकार द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं। बृहनमुंबई स्टॉर्म वाटर डिस्पोजल सिस्टम (BRIMSTOWAD) जैसे प्रोजेक्ट का उद्देश्य शहर के जल निकासी सिस्टम को उन्नत करना है। 2005 की बाढ़ के बाद, मुंबई की तूफानी जल निकासी प्रणाली की क्षमता को 25 मिमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 55 मिमी प्रति घंटे कर दिया गया था।

अब, सरकार 100 मिमी प्रति घंटे से अधिक बारिश को संभालने के लिए चार नए पंपिंग स्टेशन बनाने की योजना बना रही है, जिनमें से दो मोगरा और माहूल में होंगे। केंद्र सरकार ने इस परियोजना के लिए ₹500 करोड़ आवंटित किए हैं, जिससे कुर्ला और अंधेरी जैसे बाढ़-प्रवण क्षेत्रों से पानी निकालने में मदद मिलेगी।
यह आवश्यक है कि इन परियोजनाओं को तेजी से और प्रभावी ढंग से लागू किया जाए ताकि भविष्य में मुंबई को ऐसी स्थितियों का सामना न करना पड़े।
Mumbai Rains Today: निष्कर्ष: मिलकर करें सामना
मुंबई की मानसून चुनौती कोई नई बात नहीं है, लेकिन हर साल यह शहर के लचीलेपन की परीक्षा लेती है। इस साल भी, भारी बारिश और जलभराव ने लोगों को मुश्किल में डाला है, लेकिन IMD की चेतावनियों और सुरक्षा उपायों का पालन करके हम इस स्थिति का बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं।
सरकार और नागरिक प्रशासन अपनी तरफ से प्रयास कर रहे हैं, लेकिन नागरिकों की जागरूकता और सहयोग भी उतना ही महत्वपूर्ण है। आइए, मिलकर इस मानसून का सामना करें और एक सुरक्षित मुंबई सुनिश्चित करें।
बाहरी लिंक
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की आधिकारिक वेबसाइट: https://mausam.imd.gov.in/
- बृहनमुंबई महानगर पालिका (BMC) की वेबसाइट: https://portal.mcgm.gov.in/