नीरज पांडे द्वारा निर्देशित ‘स्पेशल ऑप्स’ ने 2020 में अपनी रिलीज़ के साथ ही दर्शकों का दिल जीत लिया था। अब, साल 2025 में, ‘स्पेशल ऑप्स 2’ JioHotstar पर आ चुकी है, और सभी की निगाहें एक बार फिर हिम्मत सिंह (के.के. मेनन) और उनकी टीम पर टिकी हैं। क्या यह सीज़न भी पहले की तरह रोमांचक और ज़बरदस्त है? आइए, इस Special Ops 2 review में विस्तार से जानते हैं।
स्पेशल ऑप्स 2′ क्या है और कहानी कहां से शुरू होती है?
‘स्पेशल ऑप्स 2’ एक जासूसी थ्रिलर वेब सीरीज़ है जो RAW एजेंट हिम्मत सिंह और उनकी टीम के कारनामों पर केंद्रित है। इस सीज़न में कहानी साइबर आतंकवाद के इर्द-गिर्द घूमती है, जो आज के समय की एक बेहद प्रासंगिक समस्या है। शुरुआत होती है भारत के एक शीर्ष AI वैज्ञानिक डॉ. पीयूष भार्गव (आरिफ ज़कारिया) के अपहरण से। उनके पास देश की सुरक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण राज़ हैं। RAW की टीम को उन्हें ढूंढना है, जबकि विलेन (ताहिर राज भसीन) डॉ. भार्गव का इस्तेमाल करके भारत के UPI नेटवर्क में सेंध लगाने की कोशिश करता है।
Special Ops 2 Review: कहानी के मुख्य बिंदु
- साइबर अटैक का खतरा: इस बार दुश्मन सिर्फ सीमा पार नहीं, बल्कि डिजिटल दुनिया में भी है।
- अपहरण और बचाव: डॉ. पीयूष भार्गव को बचाना ही टीम का पहला लक्ष्य है।
- हिम्मत सिंह की चुनौतियां: हिम्मत सिंह को न केवल देश को बचाना है, बल्कि व्यक्तिगत और पारिवारिक मोर्चे पर भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
अभिनय और प्रदर्शन: कौन रहा सबसे शानदार?
‘स्पेशल ऑप्स’ फ्रेंचाइजी हमेशा से अपने बेहतरीन कलाकारों के लिए जानी जाती है, और ‘स्पेशल ऑप्स 2’ भी इसमें कोई अपवाद नहीं है।

- के.के. मेनन (हिम्मत सिंह): एक बार फिर के.के. मेनन ने हिम्मत सिंह के किरदार में जान डाल दी है। उनका अभिनय इतना सहज और दमदार है कि आप उनके हर एक्शन और इमोशन से जुड़ जाते हैं। एक समीक्षक के अनुसार, “के.के. मेनन का अभिनय तो बस शब्दों से परे है। वह किरदार को निभाते नहीं, बल्कि जीते हैं।” उनकी गंभीरता, बुद्धिमत्ता और देश प्रेम का प्रदर्शन इस सीज़न में भी उत्कृष्ट रहा है।
- ताहिर राज भसीन (विलेन): ताहिर राज भसीन ने एक नए और दिलचस्प विलेन के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उनके किरदार की चालाकी और उसके पीछे के इरादे कहानी को और भी पेचीदा बनाते हैं।
- सहायक कलाकार: करण टैकर (फारूक अली) सहित पूरी टीम ने अपने किरदारों को बखूबी निभाया है। हर एजेंट की अपनी कहानी और अपनी चुनौतियां हैं, जो सीरीज़ को अधिक विश्वसनीय बनाती हैं। प्रकाश राज का किरदार भी महत्वपूर्ण है और उनकी उपस्थिति सीरीज़ में एक अलग ही आयाम जोड़ती है।
निर्देशन और लेखन: नीरज पांडे का कमाल
नीरज पांडे ने ‘स्पेशल ऑप्स 2’ का निर्देशन और लेखन दोनों किया है (सह-लेखक बेनज़ीर अली फ़िदा और दीपक किंगरानी के साथ)। उनकी पकड़ कहानी पर साफ दिखती है। सीरीज़ में जबरदस्ती का एक्शन डालने के बजाय, इसे थ्रिल और रहस्य से भरा गया है। हालांकि, कुछ आलोचकों का मानना है कि ‘स्पेशल ऑप्स 2’ कहीं-कहीं ‘स्पेशल ऑप्स 1’ जितनी कसावट नहीं रख पाती। इसमें पारिवारिक ड्रामा और जासूसी थ्रिलर के बीच एक संतुलन साधने की कोशिश की गई है, जो कहीं-कहीं थोड़ी लड़खड़ाती नज़र आती है।
प्रमुख विशेषताएं:
- कसावट भरी पटकथा: 7 एपिसोड की यह सीरीज़ आपको बांधे रखती है।
- वास्तविक चित्रण: जासूसी अभियानों का वास्तविक चित्रण करने का प्रयास किया गया है।
- बड़े पैमाने पर शूटिंग: सीरीज़ को बड़े पैमाने पर शूट किया गया है, जो एक सिनेमाई अनुभव देता है।
क्या ‘स्पेशल ऑप्स 2’ देखने लायक है?
जी हाँ, बिल्कुल! यदि आप जासूसी थ्रिलर और एक्शन से भरपूर कहानी पसंद करते हैं, तो ‘स्पेशल ऑप्स 2’ आपको निराश नहीं करेगी। के.के. मेनन का अभिनय ही इस सीरीज़ को देखने का एक बड़ा कारण है। यह सीरीज़ मौजूदा साइबर युद्ध और वित्तीय धोखाधड़ी जैसे विषयों पर भी प्रकाश डालती है, जो इसे और भी प्रासंगिक बनाती है। IMDb पर मूल ‘स्पेशल ऑप्स’ की 8.6 की रेटिंग के साथ, इस सीरीज़ से भी काफी उम्मीदें हैं, और यह काफी हद तक उन पर खरी उतरती है।
- सुझाव: ‘स्पेशल ऑप्स 2’ देखने से पहले, आप चाहें तो ‘स्पेशल ऑप्स 1.5: द हिम्मत स्टोरी’ भी देख सकते हैं, जो हिम्मत सिंह के अतीत के बारे में बताती है।
- छवि सुझाव: एक दमदार ग्राफिक जिसमें के.के. मेनन (हिम्मत सिंह) अपने जासूसी अवतार में दिख रहे हों, और बैकग्राउंड में कुछ तकनीकी और साइबर सुरक्षा से जुड़े एलिमेंट्स हों, जैसे कोड या डिजिटल मैप्स। कैप्शन: “हिम्मत सिंह की वापसी: साइबर युद्ध के मैदान में एक नई चुनौती!”
कहाँ देखें ‘स्पेशल ऑप्स 2’?
‘स्पेशल ऑप्स 2’ अब JioHotstar पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है। आप इसे कभी भी और कहीं भी देख सकते हैं।
निष्कर्ष: क्या नीरज पांडे ने फिर किया कमाल?
‘स्पेशल ऑप्स 2’ एक और ज़बरदस्त जासूसी थ्रिलर है जो नीरज पांडे की कहानी कहने की क्षमता को दर्शाती है। हालांकि यह अपने पहले सीज़न जितनी ‘कसावट’ शायद न दे पाए, लेकिन के.के. मेनन के दमदार प्रदर्शन और साइबर आतंकवाद जैसे महत्वपूर्ण विषय के साथ, यह सीरीज़ आपको अंत तक बांधे रखेगी। यह भारतीय जासूसी थ्रिलर के लिए एक नया मानक स्थापित करती है।
आपकी बारी! क्या आपने ‘स्पेशल ऑप्स 2’ देखी? आपको यह कैसी लगी? अपने विचार नीचे कमेंट सेक्शन में साझा करें!
अधिक जानकारी के लिए, आप इन बाहरी स्रोतों को भी देख सकते हैं: