TCS Layoffs 2025 India: आईटी सेक्टर में बड़े बदलाव का संकेत?

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हाल ही में, भारतीय आईटी दिग्गज टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है: कंपनी अपनी वैश्विक वर्कफोर्स में लगभग 2% की कटौती करने की योजना बना रही है, जिससे 12,000 से अधिक कर्मचारियों पर असर पड़ने की संभावना है। यह खबर उन सभी के लिए चिंता का विषय बन गई है जो आईटी उद्योग में काम करते हैं या इसमें अपना करियर बनाना चाहते हैं। 

TCS Layoffs 2025 India: क्या यह सिर्फ एक सामान्य पुनर्गठन है या आईटी सेक्टर में बड़े बदलावों का संकेत है, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते प्रभाव के कारण? आइए इस मुद्दे को विस्तार से समझते हैं।

TCS Layoffs: क्या है पूरा मामला?

रिपोर्ट्स के अनुसार, TCS वित्त वर्ष 2026 (अप्रैल 2025 से मार्च 2026) के दौरान अपनी लगभग 2% वर्कफोर्स को कम करेगी। जून 2025 तक, TCS में लगभग 6,13,000 कर्मचारी थे, जिसका मतलब है कि लगभग 12,200 कर्मचारियों की नौकरी प्रभावित हो सकती है। यह छंटनी मुख्य रूप से मिड और सीनियर-लेवल के कर्मचारियों को प्रभावित करेगी। कंपनी ने इस कदम को “भविष्य के लिए तैयार और फुर्तीला” बनने की रणनीति का हिस्सा बताया है।

  • प्रभावित कर्मचारी: मुख्य रूप से मध्य और वरिष्ठ स्तर के कर्मचारी।
  • कारण: आर्थिक अनिश्चितताएं, एआई-संचालित तकनीकी बदलाव, और कंपनी की पुनर्गठन योजना।
  • कंपनी का बयान: TCS के सीईओ के. कृतिवासन ने बताया कि यह AI के कारण नहीं, बल्कि उन भूमिकाओं के कारण है जहां कर्मचारियों को फिर से तैनात या अपस्किल करना संभव नहीं हो पाया। हालांकि, विश्लेषक मानते हैं कि AI अप्रत्यक्ष रूप से इस बदलाव में भूमिका निभा रहा है।

TCS Layoffs 2025 India: छंटनी के पीछे के मुख्य कारण

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TCS में हो रही इस छंटनी के कई कारण हो सकते हैं, जो केवल TCS तक ही सीमित नहीं बल्कि पूरे आईटी उद्योग को प्रभावित कर रहे हैं।

तकनीकी परिवर्तन और AI का बढ़ता प्रभाव

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन तेजी से कई रूटीन और दोहराव वाले कार्यों को स्वचालित कर रहे हैं। इससे कुछ मौजूदा भूमिकाओं की आवश्यकता कम हो रही है। TCS भी AI में भारी निवेश कर रही है और अपनी सेवाओं को नई तकनीकों के अनुरूप ढाल रही है। यह उन कर्मचारियों के लिए चुनौती बन गया है जो नई कौशल आवश्यकताओं के साथ तालमेल नहीं बिठा पा रहे हैं।

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उदाहरण के लिए, एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में AI से संबंधित नौकरियों की मांग तेजी से बढ़ी है, जबकि AI में प्रशिक्षित प्रतिभाओं की कमी है। HCLTech जैसे बड़े आईटी फर्म AI में विशेषज्ञता रखने वाले फ्रेशर्स को सामान्य से चार गुना अधिक वेतन दे रहे हैं।

आर्थिक अनिश्चितताएँ

वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में अनिश्चितता कंपनियों को लागत कम करने और दक्षता बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रही है। ऐसे में, कंपनियां अपने वर्कफोर्स का अनुकूलन करने के लिए छंटनी जैसे कदम उठाती हैं।

कौशल अंतर (Skill Gap)

आईटी उद्योग लगातार बदल रहा है, और नए कौशल की मांग बढ़ रही है। जिन कर्मचारियों ने खुद को अपस्किल नहीं किया है या जिनके कौशल अब प्रासंगिक नहीं रहे हैं, उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। TCS ने कर्मचारियों को अपस्किल करने के लिए कई पहल की हैं, लेकिन फिर भी कुछ मामलों में कौशल अंतर बना हुआ है।

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  • TCS कॉर्पोरेट डिजिटल अकादमी कर्मचारियों के लिए अपस्किलिंग और रीस्किलिंग कार्यक्रम प्रदान करती है।
  • कंपनी का “T-Factor” नामक एक इन-हाउस एल्गोरिथम भी है जो कर्मचारियों के लिए प्रासंगिक कौशल का मूल्यांकन करता है।

TCS Layoffs 2025 India: प्रभावित कर्मचारियों के लिए क्या है?

TCS ने घोषणा की है कि प्रभावित कर्मचारियों को पूर्ण नोटिस-अवधि का वेतन, सेवरेंस पैकेज, विस्तारित बीमा कवरेज और आउटप्लेसमेंट परामर्श सेवाओं तक पहुंच प्रदान की जाएगी। यह दर्शाता है कि कंपनी इस प्रक्रिया को मानवीय तरीके से संभालने का प्रयास कर रही है।

भारतीय आईटी सेक्टर का भविष्य और AI का रोल

TCS Layoffs 2025 India: यह TCS Layoffs सिर्फ एक कंपनी का मामला नहीं है, बल्कि यह भारतीय आईटी सेक्टर के एक बड़े रुझान की ओर इशारा करता है। भविष्य में, आईटी नौकरियों का स्वरूप बदलेगा।

  • ऑटोमेशन और नौकरी की पुनःपरिभाषा: AI रूटीन कार्यों को स्वचालित करेगा, जिससे कर्मचारियों को अधिक रचनात्मक और रणनीतिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा।
  • नए कौशल की मांग: डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, AI डेवलपमेंट, साइबर सुरक्षा और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता की मांग बढ़ेगी।
  • निरंतर सीखना: कर्मचारियों के लिए निरंतर सीखना और नए कौशल हासिल करना अनिवार्य होगा।
  • NASSCOM की रिपोर्ट: NASSCOM की “स्ट्रैटेजिक रिव्यू – 2025” रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय आईटी उद्योग वैश्विक प्रौद्योगिकी और नवाचार हब के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है। यह AI-नेतृत्व वाले डिजिटल खर्चों से प्रेरित होगा।

निष्कर्ष: आगे क्या?

TCS Layoffs 2025 India: TCS में हो रही ये TCS layoffs आईटी उद्योग में एक महत्वपूर्ण बदलाव की ओर इशारा करती है। यह इस बात पर जोर देती है कि तकनीकी विकास के इस दौर में अनुकूलन और निरंतर कौशल विकास कितना महत्वपूर्ण है। कंपनियों को अपने कर्मचारियों के लिए अपस्किलिंग और रीस्किलिंग के अवसरों में निवेश करना होगा, और कर्मचारियों को भी बदलते परिवेश के अनुसार खुद को ढालने के लिए सक्रिय रहना होगा।

यह समय चुनौती भरा हो सकता है, लेकिन यह उन लोगों के लिए नए अवसर भी पैदा करेगा जो भविष्य के लिए तैयार हैं।

क्या आप आईटी सेक्टर में हैं? आप इन बदलावों के लिए कैसे तैयारी कर रहे हैं? नीचे कमेंट्स में बताएं!

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