UGC NET भारत में शिक्षा जगत की सबसे अहम परीक्षा मानी जाती है। 2025 के आंकड़ों के अनुसार, हर साल लाखों परीक्षार्थी इस टेस्ट में बैठते हैं, जिसमें से हजारों इसे क्वालिफाई करके अपने लिए नए करियर के दरवाज़े खोलते हैं। लेकिन क्या यूजीसी-नेट का मतलब सिर्फ असिस्टेंट प्रोफेसर या रिसर्च फेलोशिप है? नहीं! आज के दौर में यूजीसी-नेट पास करने पर कई ऐसे बड़े मौके खुल जाते हैं, जो आपको न सिर्फ शिक्षा जगत, बल्कि सरकारी एवं प्राइवेट सेक्टर में भी शानदार करियर बनाने का चांस देते हैं।
UGC NET 2025 से जुड़े मुख्य बिंदु:
1.शिक्षा जगत से आगे बढ़कर कई सेक्टरों में रोजगार के अवसर दे रहा UGC NET
2. सरकारी कंपनियाँ NET-पास उम्मीदवारों को रिसर्च व मैनेजमेंट पदों पर दे रहीं भर्ती।
3. JRF और SRF धारकों को 37,000 से 42,000 रुपये तक मिलता है स्टाइपेंड।
4. एड्यूटेक कंपनियों में NET-क्वालिफाइड युवाओं की मांग बढ़ी।
यूजीसी-नेट क्या है?
यूजीसी-नेट एक राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा है जिसे देशभर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति या जेआरएफ (Junior Research Fellowship) पाने के लिए आयोजित किया जाता है। 2025 की नई गाइडलाइंस के तहत अब यह परीक्षा साल में दो बार आयोजित होती है, जिसमें मास्टर्स डिग्री और न्यूनतम 55% अंक लाना ज़रूरी हैं। वहीं, आरक्षित वर्ग और महिलाओं को 5% छूट दी जाती है। परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड होती है जिसमें दो पेपर होते हैं जनरल और सबजेक्ट।
जेआरएफ व एसआरएफ के फायदे
जो विद्यार्थी टॉप कटऑफ में आते हैं, उन्हें सरकार की ओर से 37,000 रुपये प्रतिमाह (JRF) और 42,000 रुपये (SRF) स्टाइपेंड के साथ-साथ HRA और रिसर्च ग्रांट भी मिलती है। जेआरएफ पाने के बाद विद्यार्थियों को रिसर्च, बड़ी परियोजनाओं और अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ता के साथ काम करने का मौका मिलता है।
अब NET-पास को मिल रही है सीधी नौकरी
IOCL, ONGC, NTPC, BHEL, Oil India, HPCL जैसी सरकारी कंपनियाँ अब NET पास कैंडिडेट्स को रिसर्च, मैनेजमेंट, HR, पब्लिक रिलेशन, एडमिन विभागों में सीधी भर्ती दे रही हैं। कंपनियों के रोल्स में management, research officer, data analyst, policy reviewer, technical expert शामिल हैं। NET-पास के लिए 45,000 से 1,20,000 रुपये प्रति माह तक salary पैकेज भी हो सकता है।
Edutech व प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स की ज़बरदस्त मांग
BYJU’S, Unacademy, Vedantu जैसी ऐड्यूटेक कंपनियों में कंटेंट डिज़ाइनर, कोर्स एक्सपर्ट, एकेडमिक हेड, के रोल्स पर NET क्वालिफाइड कैंडिडेट्स की मांग बढ़ी है। प्राइवेट कंपनियों, NGOs में भी policy research, data analytics, curriculum designing और reviewer जैसी नौकरियाँ बढ़ी हैं।
रिसर्च फेलोशिप (JRF/SRF) से संबंधित FAQs
1. रिसर्च फेलोशिप (JRF/SRF) के लिए चयन प्रक्रिया क्या है?
मेरिट लिस्ट में उच्च स्थान व टॉप 6% में रहना ज़रूरी है। उच्च अंक प्राप्त करने वालों को JRF/SRF मिलता है।
2. यूजीसी-नेट या JRF के लिए एज लिमिट क्या है?
नेट के लिए एज लिमिट नहीं है, लेकिन JRF के लिए 30 वर्ष तक की आयु सीमा निर्धारित की गई है।
3. यूजीसी-नेट कितने विषयों में आयोजित होती है?
लगभग 83 अलग-अलग विषयों में।
4. JRF और SRF में क्या फर्क है?
JRF जूनियर फेलोशिप, SRF सीनियर फेलोशिप होता है। JRF में ₹37,000/month, SRF में ₹42,000/month stipend मिलता है।
5. NET-qualified के लिए सरकारी एजुकेशन पोर्टल्स पर क्या roles हैं?
Swayam, NCERT, Diksha जैसे पोर्टल्स पर रिसर्च, कंटेंट डिज़ाइनिंग, एडमिन का काम मिलता है।

















