विश्व स्तनपान सप्ताह: एक माँ और शिशु के लिए अनमोल उपहार

हर साल 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week) मनाया जाता है। यह एक ऐसा महत्वपूर्ण समय है जब हम स्तनपान के असाधारण लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाते हैं और माताओं को उनके बच्चों के लिए इस प्राकृतिक और अनमोल उपहार को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इस वर्ष, 2025 में, विश्व स्तनपान सप्ताह की थीम है “स्तनपान में निवेश करें, भविष्य में निवेश करें”। यह थीम बताती है कि स्तनपान केवल बच्चे के स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज और भविष्य की पीढ़ी के लिए एक निवेश है।

क्या आप जानते हैं कि जन्म के पहले घंटे में स्तनपान शुरू करने से नवजात की मृत्यु की आशंका 33% तक कम हो सकती है? यह एक ऐसा तथ्य है जो स्तनपान के महत्व को रेखांकित करता है। आइए, इस सप्ताह के माध्यम से हम स्तनपान के विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझें।

स्तनपान: क्यों है यह नवजात शिशु के लिए अमृत?

विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week): माँ का दूध नवजात शिशु के लिए प्रकृति का सबसे उत्तम आहार है। यह बच्चे के विकास के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्वों से भरपूर होता है।

शिशु के लिए स्तनपान के लाभ

  • संपूर्ण पोषण: माँ का दूध शिशु की बढ़ती ज़रूरतों के अनुसार बदलता रहता है। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन और खनिज सही मात्रा में होते हैं, जो आसानी से पच जाते हैं।
  • रोगों से सुरक्षा: माँ के दूध में एंटीबॉडीज़ और सफेद रक्त कोशिकाएं होती हैं जो शिशु को संक्रमण, जैसे निमोनिया, दस्त और कान के संक्रमण से बचाती हैं।
  • मस्तिष्क का विकास: अध्ययनों से पता चला है कि स्तनपान करने वाले बच्चों का IQ (बुद्धिमत्ता स्तर) अधिक होता है।
  • एलर्जी का कम जोखिम: स्तनपान शिशुओं में अस्थमा, एलर्जी और एक्जिमा जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करता है।
  • स्थायी स्वास्थ्य लाभ: स्तनपान बच्चों में टाइप 2 मधुमेह और मोटापे के जोखिम को कम करता है।

माँ के लिए भी है वरदान

स्तनपान केवल शिशु के लिए ही नहीं, बल्कि माँ के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

माँ के लिए स्तनपान के लाभ:

  • प्रसवोत्तर रिकवरी: स्तनपान गर्भाशय को सिकुड़ने में मदद करता है, जिससे प्रसवोत्तर रक्तस्राव कम होता है और माँ जल्दी ठीक होती है।
  • कैंसर का जोखिम कम: स्तनपान माँ में स्तन कैंसर और डिम्बग्रंथि के कैंसर के जोखिम को कम करता है।
  • वजन घटाने में मदद: स्तनपान से कैलोरी बर्न होती है, जिससे माँ को प्रसवोत्तर वजन कम करने में मदद मिलती है।
  • भावनात्मक संबंध: स्तनपान माँ और बच्चे के बीच एक गहरा और मजबूत भावनात्मक बंधन बनाता है।
  • ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम कम: कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि स्तनपान ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम कर सकता है।

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स्तनपान से जुड़ी चुनौतियाँ और समाधान

विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week): स्तनपान एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन कभी-कभी माताओं को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

  • स्तनपान की सही स्थिति: कई माताओं को बच्चे को सही तरीके से पकड़ने और लगाने में समस्या होती है, जिससे निप्पल में दर्द या दरारें पड़ सकती हैं।
  • समाधान: किसी अनुभवी स्तनपान सलाहकार (Lactation Consultant) से मदद लें। सही स्थिति से बच्चे को दूध पिलाने से ये समस्याएं दूर हो सकती हैं।
  • दूध की अपर्याप्त आपूर्ति: कुछ माताओं को लगता है कि उनका दूध पर्याप्त नहीं बन रहा है।
  • समाधान: बच्चे को बार-बार दूध पिलाना, पर्याप्त आराम करना और पौष्टिक आहार लेना दूध उत्पादन को बढ़ाता है।
  • काम पर लौटना: काम पर लौटने वाली माताओं के लिए स्तनपान जारी रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
  • समाधान: ब्रेस्ट पंप का उपयोग करना और कार्यस्थल पर स्तनपान के अनुकूल नीतियों का समर्थन करना सहायक हो सकता है।

भारत में स्तनपान की स्थिति

भारत में स्तनपान की दर में सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के अनुसार, भारत में 6 महीने तक के शिशुओं में विशेष स्तनपान की दर 65% है, जो NFHS-4 के 55% से अधिक है। हालांकि, जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान शुरू करने वाली माताओं का प्रतिशत अभी भी कम है।

निष्कर्ष

विश्व स्तनपान सप्ताह हमें याद दिलाता है कि स्तनपान केवल एक आहार नहीं, बल्कि माँ और शिशु के स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए एक शक्तिशाली निवेश है। यह एक ऐसा उपहार है जो जीवन भर रहता है। माताओं को स्तनपान के लिए समर्थन और जानकारी प्रदान करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।

आप क्या कर सकते हैं? यदि आप एक नई माँ हैं या जल्द ही माँ बनने वाली हैं, तो स्तनपान के बारे में अधिक जानें। सहायता समूहों से जुड़ें और विशेषज्ञों से सलाह लें। यदि आप परिवार के सदस्य या दोस्त हैं, तो नई माताओं को स्तनपान में सहायता और प्रोत्साहित करें।

आज ही स्तनपान के महत्व को समझें और इसे बढ़ावा देने में अपना योगदान दें!

महत्वपूर्ण लिंक्स

  1. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा स्तनपान पर जानकारी: https://www.who.int/health-topics/breastfeeding
  2. यूनिसेफ (UNICEF) द्वारा स्तनपान के लाभ: https://www.unicef.org/parenting/breastfeeding
  3. भारतीय बाल चिकित्सा अकादमी (Indian Academy of Pediatrics) की स्तनपान संबंधी दिशानिर्देश: BPNI (Breastfeeding Promotion Network of India) की वेबसाइट देखें।
  4. स्तनपान के लिए सहायता समूह: स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों या ऑनलाइन मंचों पर स्तनपान सहायता समूहों की तलाश करें।
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