जानिए महंगाई भत्ता कितना बढ़ेगा?: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए 8वें वेतन आयोग का बेसब्री से इंतजार है। हर कोई जानना चाहता है कि इस नए वेतन आयोग के लागू होने पर उनकी सैलरी कितनी बढ़ेगी। खासकर महंगाई भत्ते (DA) में बढ़ोतरी के बाद सैलरी की गणना कैसे होगी, यह एक बड़ा सवाल है।
अगर आप भी उन करोड़ों सरकारी कर्मचारियों में से एक हैं जो अपनी आने वाली सैलरी की उम्मीद लगाए बैठे हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए है। यहां हम 8th Pay Commission और महंगाई भत्ते के संबंध में सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को विस्तार से समझेंगे।
8th Pay Commission: एक उम्मीद की किरण
7वें वेतन आयोग के बाद, अब 8वें वेतन आयोग की चर्चाएं जोरों पर हैं। यह उम्मीद की जा रही है कि 8वां वेतन आयोग 1 जनवरी 2026 से लागू हो सकता है। सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर आयोग का गठन नहीं किया है, लेकिन खबरों के अनुसार, इस दिशा में काम शुरू हो चुका है। वित्त मंत्रालय ने इसके लिए कुछ पदों को भरने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, जो इस बात का संकेत है कि जल्द ही आयोग की औपचारिक घोषणा हो सकती है।
महंगाई भत्ता (DA) क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
महंगाई भत्ता (DA) सरकारी कर्मचारियों को बढ़ती हुई महंगाई के प्रभाव से बचाने के लिए दिया जाता है। यह उनकी बेसिक सैलरी का एक निश्चित प्रतिशत होता है, जिसे साल में दो बार (जनवरी और जुलाई) रिवाइज किया जाता है। जब भी महंगाई बढ़ती है, सरकार डीए में बढ़ोतरी करके कर्मचारियों की क्रय शक्ति (purchasing power) को बनाए रखने की कोशिश करती है। 8th Pay Commission के लागू होने पर इस डीए का सैलरी पर क्या असर होगा, यह समझना बहुत जरूरी है।
महंगाई भत्ता बढ़ने के बाद कितनी बढ़ेगी सैलरी?
नए वेतन आयोग में सैलरी की गणना का तरीका 7वें वेतन आयोग से थोड़ा अलग हो सकता है। रिपोर्ट्स और एक्सपर्ट्स के अनुमानों के मुताबिक, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर और महंगाई भत्ते का एक नया फॉर्मूला अपनाया जा सकता है।
फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor): यह वह गुणक (multiplier) है जिसके आधार पर पुरानी बेसिक सैलरी को नई बेसिक सैलरी में बदला जाता है। 7वें वेतन आयोग में यह फिटमेंट फैक्टर 2.57 था। यानी आपकी बेसिक सैलरी को 2.57 से गुणा करके नई बेसिक सैलरी तय की गई थी।
8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर के अनुमान:
- कम अनुमान: कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, यह फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 1.92 के बीच हो सकता है।
- उच्च अनुमान: वहीं, कुछ अन्य रिपोर्ट्स इसे 2.86 तक रहने का अनुमान लगा रही हैं।
DA का समायोजन (Merger): हर नए वेतन आयोग के लागू होने पर, मौजूदा महंगाई भत्ते को बेसिक सैलरी में समायोजित (merge) कर दिया जाता है और फिर डीए को शून्य से रीसेट किया जाता है। उदाहरण के लिए, 7वें वेतन आयोग के समय, डीए को बेसिक सैलरी में मर्ज करके नया पे-मैट्रिक्स बनाया गया था।
आइए एक उदाहरण से समझते हैं:
मान लीजिए, किसी कर्मचारी की वर्तमान बेसिक सैलरी ₹25,000 है और उसे मौजूदा 55% DA मिल रहा है।
- वर्तमान DA: ₹25,000 का 55% = ₹13,750
- कुल सैलरी (बिना HRA, TA आदि के): ₹25,000 + ₹13,750 = ₹38,750
अब, अगर 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.86 होता है, तो नई बेसिक सैलरी की गणना इस प्रकार होगी:
- नई बेसिक सैलरी (अनुमानित): ₹25,000 × 2.86 = ₹71,500
- नया DA: चूंकि नया वेतन आयोग लागू होने पर DA को रीसेट कर दिया जाता है, तो शुरुआत में यह शून्य होगा। लेकिन समय के साथ यह बढ़ता जाएगा।
इसका मतलब है कि आपकी नई बेसिक सैलरी ₹71,500 हो जाएगी, जिसमें आपका मौजूदा DA भी शामिल हो जाएगा। शुरुआत में यह सुनने में कम लग सकता है, लेकिन जैसे-जैसे महंगाई भत्ता फिर से बढ़ना शुरू होगा, आपकी कुल सैलरी में एक बड़ा उछाल देखने को मिलेगा।
वास्तविक सैलरी में बढ़ोतरी की गणना
महंगाई भत्ता बढ़ने के बाद सिर्फ बेसिक सैलरी ही नहीं, बल्कि हाउस रेंट अलाउंस (HRA), ट्रैवल अलाउंस (TA) और अन्य भत्ते भी बढ़ जाते हैं, क्योंकि इनकी गणना भी बेसिक सैलरी के आधार पर ही होती है।
सैलरी बढ़ने का संभावित फार्मूला:
नई मासिक सैलरी = (नई बेसिक सैलरी) + (नया DA) + (नया HRA) + (अन्य भत्ते)
अगर आपकी बेसिक सैलरी ₹18,000 है, तो 7वें वेतन आयोग में 2.57 के फिटमेंट फैक्टर के बाद आपकी सैलरी में 14% की वास्तविक वृद्धि हुई थी। कई रिपोर्ट्स के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में यह वृद्धि 30-34% तक हो सकती है, जो एक बड़ा बदलाव होगा।
8th Pay Commission: फिटमेंट फैक्टर और एक्रोयड फॉर्मूला
एक्रोयड फॉर्मूला: 7वें वेतन आयोग की तरह, 8वें वेतन आयोग में भी ‘एक्रोयड फॉर्मूला’ का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह एक ऐसा फॉर्मूला है जो जीवनयापन की लागत (cost of living) को ध्यान में रखकर सैलरी और भत्तों में संशोधन करने में मदद करता है। यह फॉर्मूला कर्मचारियों के प्रदर्शन और समय के साथ बढ़ती महंगाई के बीच संतुलन बनाए रखने का प्रयास करता है।
एक महत्वपूर्ण आंकड़ा: “कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज” की एक रिपोर्ट के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच रह सकता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, अगर किसी कर्मचारी की मौजूदा बेसिक सैलरी ₹50,000 है, तो नई सिफारिश के अनुसार यह ₹91,500 से ₹1,23,000 के बीच हो सकती है।
निष्कर्ष और आगे क्या?
8वें वेतन आयोग का गठन और इसकी सिफारिशों को लागू करना एक लंबी प्रक्रिया है। अभी तक आयोग का आधिकारिक गठन नहीं हुआ है और न ही इसकी टर्म्स ऑफ रेफरेंस (ToR) तय हुई हैं। केंद्रीय कर्मचारियों को बढ़ी हुई सैलरी मिलने में अभी कुछ समय लग सकता है। हालांकि, यह तय है कि जब यह लागू होगा, तो यह केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी और फिटमेंट फैक्टर के समायोजन के बाद, कर्मचारियों की सैलरी में एक बड़ा इजाफा देखने को मिलेगा।

















